कोटा में बदमाशों ने किया कोचिंग छात्र का किया किडनैप, ब्लैक स्कॉर्पियों में घुमाया...5 हजार मांगे, अब 2 गिरफ्तार
Kota Coaching Student Abducted: कोटा शहर में कोचिंग स्टूडेंटस के सुसाइड के मामलों से हलचल मची हुई है तो इधर शुक्रवार को विज्ञाननगर थाना इलाके में नीट कोचिंग स्टूडेंट को किडनैप करके ब्लैक स्कॉर्पियों में घुमाने का गंभीर मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक बदमाशों ने चाकू की नोंक पर स्टूडेंट से हर महीने 5 हजार रूपए का हफ्ता मांगा. छात्र ने बदमाशों को उनकी मांग पूरी करने की बात कहने पर उसे वापस छोड़ा.
वहीं इस पूरी घटना से जुड़ा ब्लैक स्कॉर्पियों का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इधर, दिल्ली निवासी पीड़ित कोचिंग छात्र के माता-पिता कोटा पहुंचे हैं. वहीं पुलिस ने शनिवार को अपहरण केस का खुलासा करते हुए ब्लैक स्कॉर्पियो के साथ दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि पूरी वारदात 21 जनवरी को अंजाम दी गई थी. फिलहाल पुलिस बाकी बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है.
रोते-बिलखते कोटा पहुंचे माता-पिता
वहीं अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर माता-पिता घबराए हुए गुरूवार को ही कोटा पहुंच गए. छात्र की मां किरण गंगवाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनका बेटा हैजल 6 महीने पहले कोटा आया था. यहां नीट की तैयारी को लेकर कोचिंग कर रहा है. मां ने कहा मंगलवार को जब बेटे हैजल ने उनका फोन नहीं उठाया तो चिंता हुई.
वहीं मां ने बताया कि हॉस्टल में फोन किया तब उन्होंने बताया कि दो दिनों से आपका बेटा कमरे से बाहर भी नहीं निकल रहा है, कुछ बात भी नहीं कर रहा है तब पेरेंट्स ने बेटे के दोस्त से पूछा तो उसने बताया कि हैजल किसी मुसीबत में है, वह दिल्ली से तुरंत कोटा पहुंचे.
ब्लैक स्कॉर्पियों कार में आए थे बदमाश
वहीं हैजल ने बताया कि गत सोमवार को एक ब्लैक स्कॉर्पियों कार में बैठकर आधा दर्जन बदमाश उसके हॉस्टल में आए और दो बदमाश उसे कमरे से बाहर बुलाकर लेकर गए. हॉस्टल से दूर ले जाकर उसे कार में जबरन बंधक बनाकर ले गए.
बदमाश युवकों ने काफी देर तक हैजल को धमकाया. चाकू की नोंक के दम पर मारपीट की। इस दौरान मारपीट करने वाले बादमाशों ने छात्र के एक दोस्त जो ग्वालियर जो गया हुआ है उसको फोन कर कहा की हमने तेरे दोस्त को उठा लिया है...अब देखते है तू क्या कर लेगा. इस दौरान काफी देर तक छात्र को झालावाड़ रोड़ पर कार में बदमाश घुमाते रहे और कहा कि अब तू हमें हर महीने 5 हजार रूपए का हफ्ता देगा.
"पुलिस में भी हैं हमारे लोग"
वहीं पीड़ित ने बताया कि बदमाशों ने छात्र से कहा पुलिस के पास जाएगा तब भी हमारा कुछ नहीं होगा क्योंकि पुलिस में भी हमारे लोग है, हमारा कुछ नही बिगड़ेगा. छात्र ने जब डरकर उन्हें रुपये देने की बात कही, तब उसको उन्होंने होस्टल के पीछे वाली गली में छोड़ा.
अब परिजनों ने कहा कि बेटे के साथ ही वारदात से वह काफी डरे हुए हैं, बेटे को कोटा छोड़ने से उन्हें डर लग रहा है. यदि बेटे के साथ कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। मां किरण मंगवाल से स्थानीय पुलिस प्रशासन से मांग की है.
-(कोटा से अर्जुन अरविंद की रोपोर्ट)
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