Nagaur News: ACB की बड़ी कार्रवाई, मुकदमें से नाम हटाने पर हेड कांस्टेबल ने मांगे 1 लाख रुपए, रंगे हाथ गिरफ्तार
Nagaur News: नागौर। जिले में एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने नागौर शहर के सदर थाने में हेड कांस्टेबल को 80 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। हालांकि मामले में थाने के सीआई अजय कुमार और रीडर महादेव तांडी की भूमिका संदिग्ध लग रही है। अब दोनों की भूमिका की जांच की जा रही है। दरअसल, परिवादी ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी कि सदर थाने में दर्ज एक मामले में उसका नाम हटाने के लिए हेड कांस्टेबल द्वारा 1 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है और रिश्वत नहीं देने पर आरोपी बनाकर गिरफ्तार करने की धमकी दे रहा है।
शिकायत की कराई जांच
बता दें कि परिवादी की शिकायत के बाद एडिशनल एसपी कल्पना सोलंकी ने सत्यापन कराया तो शिकायत सही पाई गी। इसके बाद हेड कांस्टेबल को पकड़ने के लिए ट्रैप का जाल बिछाया गया। सोमवार यानि 12 अगस्त को जब हेड कांस्टेबल ने परिवादी से रिश्वत की रकम ली तो एसीबी ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
साहब से बात कर लो-हेड कांस्टेबल
हेड कांस्टेबल ने शिकायतकर्ता से कहा था कि 1 लाख रुपए लगेंगे। लेकिन आप साहब से बात कर लो रुपए कम भी हो सकते है, क्योंकि इसमें मेरा एक भी रुपया नहीं है। एसीबी के अनुसार मामले में साहब का नाम सदर थाने के सीआई का लिया जा रहा है। दरअसल, आरोपी हेड कांस्टेबल ने मुकदमे में से व्यक्ति का नाम हटाने के लिए एक लाख रूपए की मांग की थी। बाद में परिवादी ने एसीबी में इसकी शिकायत की और हेड कांस्टेबल को एक लाख रूपए देने के लिए तैयार हो गया। परिवादी जब रिश्वत देने सदर थाने पहुंचा और हेड कांस्टेबल ने उससे 80 हजार ले लिए और 20 हजार रुपए वापस कर दिए। इसके बाद एसीबी की टीम ने हेड कांस्टेबल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले से नाम हटाने के लिए मांगी रिश्वत
बता दें कि नागौर में जोधपुर रोड पर परिवादी राधाकिशन की होटल है। वहां पर कुछ दिन पहले एक युवक और युवती आए थे। उस दिन युवती के परिजन होटल में आ गए और कमरा देने को लेकर होटल संचालक के साथ काफी बहस की थी। इस मामले में पुलिस में एक प्रकरण भी दर्ज हुआ था जिसमें होटल संचालक को आरोपी बताया गया था। इस मुकदमें से नाम हटाने के लिए हेड कांस्टेबल ने परिवादी से रिश्वत मांगी थी।
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