Nagaur Pension Scam: अधिकारियों के नाक के नीचे हो रही पेंशन योजना में बड़ी धांधली, दस्तावेजों में दिखाई दोगुनी उम्र
Nagaur Pension Scam: नौकरी पाने के लिए अपनी उम्र को कम करवा लेने के मामले तो आपने कई सुने होंगे, लेकिन हम आपको ले चल रहे है एक ऐसे जिले में जहां युवाअपनी उम्र बताने वाले सरकारी आंकड़ों के दस्तावेजों में हेर फेर कर उम्र को ज्यादा बता रहे हैं। नागौर जिले (Nagaur Pension Scam) की मूंडवा पंचायत समिति के बलाया ग्राम पंचायत में पेंशन योजना में गड़बड़ी करने का गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें सैकड़ों युवाओं ने बिना योग्यता के ही पेंशन उठाना शुरू कर दिया है। यहां एक नहीं बल्कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें महिला व पुरुषों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच है लेकिन लोगों ने राशन कार्ड में, आधार कार्ड में उम्र एडिट करके 50 से ऊपर बता दी है। वही पेंशन योजना के लिए आवेदन कर पेंशन उठाना शुरू कर दिया है। और ये सब सरकार के लाखों के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आपको बता दें की इस मामले का खुलासा शिकायतकर्ता गणपत राम द्वारा आरटीआई के तहत सूचना मांगने पर हुआ, जिसमें सामने आया कि 30 वर्ष के युवकों ने अपनी उम्र 50 वर्ष बताई है, जबकि 28 वर्ष की महिला ने अपनी उम्र 48 वर्ष बताई है। जानकारी के अनुसार बलाया ग्राम पंचायत में ऐसे सैकड़ो परिवार हैं, जो गलत तरीके से पेंशन उठा कर सरकार को लाखो रुपए का चूना लगा रहे हैं। जबकि पेंशन उठाने के लिए उनकी योग्यता सरकारी नियम अनुसार पूर्ण नहीं है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है - पहला मामला
बलाया गांव के हरिराम की ग्राम पंचायत रिकॉर्ड के अनुसार उम्र 30 वर्ष है, लेकिन पेंशन के लिए आवेदन के साथ लगे राशन कार्ड की प्रति में उम्र 49 वर्ष बताई गई है। इसमें शिकायत के बाद मामले की जांच भी हो चुकी है तथा वीडिओ ने वसूली के लिए नोटिस भी दिया है।
दूसरा मामला
इसी प्रकार महिला शिवरी की उम्र 28 वर्ष है लेकिन आवेदन के साथ बताए राशन कार्ड में उम्र 48 वर्ष बताई गई है, जिसके चलते एक लाख से अधिक राशि की गड़बड़ी करने की जांच भी हो चुकी है। इलाके में कई ऐसे परिवार है जिन्होंने वृद्धावस्था की पेंशन प्राप्त करने के लिए खुद के साथ-साथ अपने बच्चों की भी उम्र बढ़ाई है 6 साल के बच्चों को 16 तो 4 साल की बच्ची को 14 साल की बता दिया। वहीं रोचक बात तो यह है कि जिस बच्ची को 14 साल की बताई गई है, जबकि उसकी बड़ी बहन को 10 साल की ही बताया गई है। कागजों में, इन मामले में राशन कार्ड का उपयोग किया गया है, जो 2014 में ऑफलाइन थे इस दौरान बिना प्रमाणित किया पेंशन शुरू करवाई गई, कई ऐसे राशन कार्ड है जो ग्राम पंचायत अन्य किसी जिम्मेदार अधिकारी से प्रमाणित नहीं है। कहीं कागजों में तो एक ही व्यक्ति के दो अलग-अलग पीपीओ नंबर जारी किए हुए हैं। इन सभी गड़बड़ियों में सभी कागजो पर सरकारी अधिकारी, जैसे गांव के सरपंच, ग्राम सेवक, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी सभी के हस्ताक्षर के साथ मोहर लगती है और यह सारे काम ईमित्र द्वारा किए जाते हैं।
अब कहीं ना कहीं इन सभी गड़बड़ियों में सरकारी तंत्र का हाथ होना भी सामने दिखाई दे रहा है। बलाया ग्राम पंचायत के अलावा नागौर जिले की 15 पंचायत में उम्र के साथ किया गया हेर-फेर सामने आया है जिनमे मुंदियाड़, कडलू, संखवास, बलाया, भाकरोद भी शामिल है। हर गांव में कई ऐसे युवा हैं, जिनकी सही उम्र 30 और 40 के बीच है लेकिन आधार कार्ड में 55 साल से अधिक बता कर पेंशन का लाभ ले रहे हैं। युवाओं के खाते में हर माह 1150 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से पेंशन जमा हो रही है। यह तो सामने आ चुका आंकड़ा है। अगर सही तरीके से जांच करवाई जाए तो आंकड़ा और भी बढ़कर सामने आ सकता है। इस बारे में अतिरिक्त जिला कलेक्टर नागौर चंपालाल जीनगर ने बताया कि पंचायत समिति के विकास अधिकारी एवं उपखंड अधिकारी को संबंधित विषय में जांच अधिकारी बनाकर जांच करवाई गई है। शिकायत मिलने पर मामले की जांच करवाई गई है, जिसमें शिकायत सही पाई गई। इस पर कार्रवाई करते हुए वसूली के आदेश दिए गए हैं। सरकारी पैसे का गबन करने वाले किसी को भी नहीं बक्शा जायेगा। अगर और भी ऐसे मामले सामने आते हैं, तो उन पर भी नियम अनुसार कानूनी कार्रवाई करके सरकारी रुपए वापस वसूल किए जाएंगे।
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