Dungarpur News: कुवैत में भारतीय मजदूरों पर संकट, 500 वागड़ के मजदूरों को पकड़ा, स्कूल में किया बंद
Dungarpur News: डूंगरपुर। कुवैत के मंगाफ शहर की 6 मंजिला इमारत में आग लगने के बाद कुवैत सरकार ने सख़्ती की हैं। कुवैत में बनैद-अल-गर शहर के इस्तिकलाल इमारत की 17 और 18 को लाइट काटने के बाद कुवैत पुलिस ने उन इमारतों में रहने वाले 500 भारतीय मजदूरों को हिरासत में लिया है। भारतीय मजदूरों को पकड़ते हुए कुवैत सरकार के आंतरिक और राज्य मंत्रालय (Dungarpur) ने वीडियो जारी किया है।
कुवैत पुलिस कर रही कार्रवाई
भारतीय मजदूरों ने परिजनों को बताया कि पुलिस ने रविवार को 500 लोगों को पकड़ा है, उन्हें कुवैत की एक स्कूल में बंद कर रखा है। उसमें डूंगरपुर, बांसवाड़ा के ज़्यादातर मज़दूर है। वहीं बनैद-अल-गर शहर के रहने वाले अन्य मज़दूर पुलिस के डर के से इधर-उधर छुप रहे हैं। भारतीय मजदूरों ने बताया कि कुवैत पुलिस की करवाई से डरे हुए हैं। गलियों, सड़क, होटल के बाहर छुप रहे है। उन्होंने आपबीती का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला या परिवार वालों से शेयर किया तो गिरफ्तारी करने की पुलिस ने धमकी दी है। कुवैत की आंतरिक और राज्य मंत्रालय की तरफ से सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में पुलिस भारतीय मजदूरों को इमरतों से पकड़ा रही है।
पीएम मोदी से लोगों की अपील
इसके बाद उन्हें बसों में बैठा करके लेकर जा रही है। मजदूरों को स्कूल के हॉल में बंद कर रखा है। वीडियो में मज़दूर कुवैत सरकार दारा दिया खाना खाते नजर आ रहे है। कुवैत में मजदूरों के पकड़ा जाने की खबर सुनकर भारत में परिवार के लोग चिंतित है। उनके घर वालो ने बताया कि उनसे कोई संपर्क नहीं हो रहा है। उन्हें कहा बंद कर रखा है। कुवैत में रहने वाले रिश्तेदारो ने पकड़े जाने की सूचना दी है। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी से लोगों ने अपील करते हुए कहा कि उनको जल्द छुड़वाएं और भारत वापस लाए। वहीं कुवैत पुलिस पकड़े गए मजदूरों के जल्द भारत भेजने की तैयारी कर रही है। कुवैत के नियमों के अनुसार एक बार गिरफ्तार व्यक्ति दौबारा कुवैत नहीं जा सकता है।
वागड़ के कुवैत में 2 लाख मज़दूर
डूंगरपुर और बांसवाड़ा के क़रीब 2 लाख लोग कुवैत में रोज़गार के लिए है। वहां ज़्यादातर लोग मज़दूरी करते है। कुवैत में भारत के मुक़ाबले मज़दूरी करने पर अच्छा पैसा मिलता है। वहां का एक दीनार (मुद्रा) यानी की 273 रुपया होता है। वहां अग्निकांड के बाद से कुवैत सरकार की सख़्ती के बाद से लोगों डरे हुए है। वह कुवैत से भारत आ रहे है। इस घटना के बाद से कुवैत से भारत आने वाली फ़ाइट्स के रेट भी चार गुना (Dungarpur) हो गई है। फाइट की टिकट 50 हज़ार से 70 हज़ार पहुंच गई है।
यह पूरा मामला
कुवैत में एक रिहायशी इमारत में आग लग गई थी। जिसमें 50 लोगों की मोत हो गई थी। जिसमें 46 भारतीय शामिल थे। उसके बाद से कुवैत सरकार पुरानी और असुरक्षित इमरतों को ख़ाली करवा रही है। जिस कारण लोग बेघर हो रहे है। उनको पुलिस पकड़कर बंद कर रही है। जिस शहर में इमारतों को ख़ाली किया जा रहा है। उनमें ज़्यादातर भारतीय मज़दूर रहते है। ऐसे में कुवैत में रहने वाले भारतीय सहमे हुए हैं। उन्होंने भारत सरकार (Dungarpur) से सुरक्षा की मांग की है।
यह भी पढ़े: खालिस्तानी आतंकी पन्नू पर व्हाइट हाउस ने बोलने से किया इनकार, बोला...
.