राजस्थान विधानसभा से डोटासरा सहित 6 कांग्रेस MLA सस्पेंड...धरने पर बैठा विपक्ष, इंदिरा पर की गई टिप्पणी से बरपा हंगामा
Rajasthan Assembly Budget Session :राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को सियासी माहौल तब गरमा गया जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर की गई एक टिप्पणी पर कांग्रेस विधायकों ने जोरदार विरोध किया। सदन में बढ़ते हंगामे के चलते कार्यवाही को तीन बार स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस विधायकों का विरोध इतना उग्र था कि कार्यवाही पुनः शुरू होने के बाद भी वे वैल में जाकर नारेबाजी करते रहे।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच सत्ता पक्ष ने सख्त रुख अपनाते हुए मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग के माध्यम से कांग्रेस विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। (Rajasthan Assembly Budget Session)इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह डोटासरा, उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत, हाकम अली खान और संजय कुमार को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने की घोषणा कर दी।
राजस्थान विधानसभा से कांग्रेस विधायकों के निलंबन के बाद हंगामा, सदन में धरने पर बैठा विपक्ष
- इंदिरा गांधी पर मंत्री अविनाश गहलोत के बयान के बाद हुए हंगामे को लेकर विधानसभा से गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गेसावत, हाकम अली खान और संजय कुमार हुए बजट… pic.twitter.com/ztPtlTuPtE
— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) February 21, 2025
इस निलंबन के बाद कांग्रेस ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए सदन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया। यह घटनाक्रम राजस्थान की राजनीति में सत्ता और विपक्ष के बीच तीखे टकराव को दर्शाता है, जहां इंदिरा गांधी को लेकर की गई टिप्पणी ने विधानसभा को सियासी रणभूमि में बदल दिया।
विधानसभा में इंदिरा गांधी पर टिप्पणी से बवाल
शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में उस समय हंगामा मच गया जब सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पिछली सरकार ने हर बार की तरह अपनी दादी इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था। इस टिप्पणी पर कांग्रेस विधायकों ने तीखी आपत्ति जताई और विपक्ष आगबबूला हो गया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री की टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए कहा, "यह क्या बकवास है? इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री रही हैं, उनके लिए इस तरह की भाषा स्वीकार्य नहीं है।" कांग्रेस विधायक इस बयान से इतने आक्रोशित हो गए कि वे वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे।
विपक्ष का हंगामा और वेल में हंगामा
संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने स्थिति को संभालने की कोशिश करते हुए कहा कि "दादी" एक सम्मानजनक शब्द है, लेकिन तब तक कांग्रेस विधायक स्पीकर की टेबल तक पहुंच चुके थे। विपक्षी नेताओं ने सरकार पर भाषा की मर्यादा तोड़ने का आरोप लगाया और सत्ता पक्ष के खिलाफ आक्रोश जताया।
विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने विपक्ष के रवैये पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल हंगामा करना चाहती है और जब मंत्रियों के प्रभावी जवाब आने लगे तो जानबूझकर व्यवधान पैदा किया गया। पटेल ने दावा किया कि कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर के पास जाकर धमकाने और छीना-झपटी करने की कोशिश की। इस स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
"हम सदन में गाली नहीं सुनेंगे!"
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "सत्ता पक्ष खुद सदन नहीं चलाना चाहता। हम विधानसभा में गाली नहीं सुनेंगे। मंत्री जवाब देने में असमर्थ हैं और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं।" कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में ही धरना शुरू कर दिया। सस्पेंड किए गए सभी छह विधायकों को घेरकर उनके समर्थन में अन्य विधायक भी बैठ गए। कांग्रेस ने इस निलंबन को लोकतंत्र के खिलाफ बताया और सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया। इस घटनाक्रम ने विधानसभा को सियासी रणभूमि में तब्दील कर दिया, जहां सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव चरम पर पहुंच गया।
यह भी पढ़ें: "तुम्हारी दादी इंदिरा गांधी..." मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी पर बवाल, भड़के कांग्रेसी बोले- बिना शर्त माफी मांगे
यह भी पढ़ें: कभी अपनी सरकार को ‘पर्ची वाली’ तो कभी इंदिरा को ‘कांग्रेस की दादी…’ कौन है भजनलाल सरकार के युवा मंत्री अविनाश गहलोत?
.