अबकी बार...नाम बदलो सरकार! भजनलाल के निशाने पर गहलोत की बड़ी योजना, अब इसका नंबर लगा
Indira Gandhi Urban Employment Guarantee Scheme: राजस्थान में भजनलाल सरकार को एक साल पूरा होने जा रहा है लेकिन लगातार पिछले 1 साल से पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की योजनाओं के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. भजनलाल सरकार गहलोत सरकार की योजनाओं के नाम बदलने में जुटी हुई है जहां हाल में एक और बड़ी योजना के नाम से 'इंदिरा गांधी' शब्द हटाया गया है.
जानकारी के मुताबिक अब भजनलाल सरकार ने 'इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना' का नाम बदलकर 'मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना' करने का फैसला किया है. मालूम हो कि कांग्रेस राज में इस योजना के तहत शहरी क्षेत्र में बेरोजगारों को 100 दिन का रोजगार देने का वादा किया गया था. दरअसल अभी तक यह चौथी योजना है जिसका नाम भजनलाल सरकार ने बदला है.
शहरी इलाकों में मिलता है रोजगार
बता दें कि राजस्थान में पिछली गहलोत सरकार ने सितंबर 2022 में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना को लागू किया था जिसमें शहरी इलाकों में मनरेगा की तर्ज पर रोजगार दिया जाता है. दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में कई सालों से महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना चल रही है जिसमें 100 दिन का काम मिलता है, ये योजना उसको देखते हुए शुरू की गई थी. हालांकि इस योजना में रोजगार के दिनों की संख्या 100 से बढ़ाकर 125 कर दी गई थी.
1 साल में बदले कई योजनाओं के नाम
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में सरकार बनने के बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने कई कांग्रेस सरकार की योजनाओं के नाम बदले हैं जिनमें इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना और राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना का नाम बदलने के बाद नया नाम स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना किया गया. इसके अलावा भजनलाल सरकार ने मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का नाम बदलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना किया था.
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