क्या होगा SI भर्ती का भविष्य, सरकार क्या फैसला लेगी? जोगाराम पटेल ने सारे जवाब दे दिए!
Rajasthan SI Recruitment Exam: SI भर्ती परीक्षा पर बने सस्पेंस के बीच मंत्री जोगाराम पटेल ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश की भजनलाल सरकार भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए हर पहलू (Rajasthan SI Recruitment Exam) की गहनता से जांच कर रही है। इस महत्वपूर्ण जांच के चलते कमेटियों के फैसलों में समय लग रहा है, लेकिन पटेल ने भरोसा दिलाया कि "किसी भी उम्मीदवार के साथ अन्याय नहीं होगा।"
इस खुलासे ने प्रतियोगी छात्रों के बीच उत्साह की लहर दौड़ा दी है, यह दिखाते हुए कि सरकार भर्ती प्रक्रिया को पूरी निष्पक्षता के साथ पूरा करने के लिए संकल्पित है। जोगाराम पटेल का यह बयान सभी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से ले रही है और किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
SI भर्ती परीक्षा की जांच पूरी!
कमेटी पूरी कर चुकी है जांच। बीजेपी मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब प्रदेश की जनता वर्ष 2021 में आयोजित हुई सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द करने को लेकर सरकार के फैसले का इंतजार कर रही है।
इस भर्ती परीक्षा की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने जांच पूरी कर ली और अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। पहले उम्मीद की जा रही थी कि सीएम के लंदन दौरे से लौटने के बाद इस पर फैसला हो जाएगा। हालांकि, 1 हफ्ते से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ।
भर्ती परीक्षा को लेकर दो गुटों की मांगें
भर्ती परीक्षा को लेकर इस वक्त राजस्थान में दो गुट बने हुए हैं, जो अपनी-अपनी मांगें सरकार के सामने रख रहे हैं। पहला गुट इस भर्ती परीक्षा में हुए घोटालों को सर्वोपरि मानते हुए इसे रद्द करके दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहा है।
वहीं दूसरा गुट उन अभ्यर्थियों और उनके परिवार का है जिन्होंने अपनी-अपनी नौकरियां छोड़कर यह भर्ती परीक्षा दी और ईमानदारी से पास की। वे इस परीक्षा को रद्द न करने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती वह फैसला लेना है जिससे ईमानदार को सजा न मिले और कोई दोषी छूट न जाए।
अन्याय न होने का आश्वासन और गलत निर्णय पर कार्रवाई
कैबिनेट मंत्री ने साफ किया है कि SI भर्ती परीक्षा जारी है और सरकार के फैसले से किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। मंत्री ने यह भी बताया कि गहलोत सरकार के आखिरी छह महीनों में लिए गए सभी फैसलों की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट में जो निर्णय गलत पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई होगी।
कानून से राजनीति तक की यात्रा
जोगाराम पटेल ने बताया कि वे एक साधारण परिवार से निकले हैं और वकालत के जरिए सियासत में एंट्री की है। उनका कहना है कि राजनीति सेवा का जरिया है। मंत्री ने बताया कि राजनीति में लोगों को मना करना आसान नहीं होता। लेकिन जो काम नहीं हो सकता है, उसके लिए वे साफ मना कर देते हैं। क्योंकि सही को सही कहने से सियासत आसान हो जाती है।
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