Sanchore: क्या सांचौर से छिन सकता है जिले का दर्जा ! तबादला सूची के बाद नए जिलों पर क्यों तेज हो गई बहस?
Sanchore May Lose District Status: सांचौर। राजस्थान में पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में कई नए जिलों का गठन किया गया था। मगर अब इन नए जिलों में तलवार लटकी नजर आ रही है। प्रदेश की मौजूदा भजनलाल सरकार की ओर से कई बार नए जिलों को लेकर सवाल उठाए जा चुके हैं। इस बीच रविवार रात IAS-IPS की तबादला सूची आई, तो एक बार फिर नए जिलों को लेकर बहस छिड़ती नजर आ रही है कि कहीं सांचौर (Sanchore May Lose District Status) सहित नए जिलों का दर्जा खत्म तो नहीं होने वाला है।
तबादला सूची के बाद नए जिलों पर बहस तेज
राजस्थान की भजनलाल सरकार ने रविवार देर रात 58 IPS अधिकारियों की तबादला सूची जारी की है। जिसके बाद सांचौर सहित कुछ अन्य नए जिलों को लेकर बहस छिड़ गई है। माना जा रहा है कि सांचौर सहित कई नए जिलों का जिले का दर्जा सरकार वापस ले सकती है। क्योंकि पहले से ही नए जिलों को लेकर भजनलाल सरकार की ओर से बयान आते रहे हैं।
सांचौर सहित कई नए जिलों में नहीं लगाए SP !
राज्य सरकार की ओर से रविवार को जारी तबादला सूची में सांचौर के SP हरिशंकर का तबादला बालोतरा कर दिया गया है। जबकिि नए एसपी की नियुक्ति नहीं की गई है। बल्कि जालोर SP ज्ञानचंद्र यादव को सांचौर का अतिरिक्त कार्यभार दिा गया है। इसी तरह, गंगापुर सिटी, शाहपुरा और केकड़ी जिलों में भी नए एसपी की नियुक्ति नहीं की गई, बल्कि अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। इससे सरकार की ओर से संकेत मिल रहे हैं कि ये नए जिले खत्म किए जा सकते हैं।
सोशल मीडिया पर नाराजगी जता रहे लोग
सांचौर पुलिस अधीक्षक हरिशंकर के तबादले के बाद नए एसपी की नियुक्ति नहीं होने से लोगों में जिले के दर्जे को लेकर बहस तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चा चल रही हैं। लोग कह रहे हैं कि लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद सांचौर को जिले का दर्जा मिला। कहीं सरकार इस दर्जे को खत्म तो नहीं करने जा रही। इस तरह के कई कयास लोगों की ओर से लगाए जा रहे हैं।
पूर्व मंत्री बोले- जिले का दर्जा बचाने के लिए हों एकजुट
पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई का कहना है कि भजनलाल सरकार सांचौर जिले को रद्द करने की कोशिश कर रही है। अगर सांचौर जिले को समाप्त करने की कोशिश की गई, तो आखिरी सांस तक इसके खिलाफ लडूंगा। पूर्व मंत्री ने सांचौर के लोगों से भी अपील की है कि वो राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर एकजुट हों। बिश्नोई ने कहा कि जिले के अस्तित्व की रक्षा के लिए सभी को मिलकर संघर्ष करना होगा।
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