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Udaipur Panther Attack: शरीर के अंग मिले, लेकिन शव की तलाश अब भी खत्म नहीं हुई!

Udaipur panther attack: गोगुंदा इलाके में पैंथर के आतंक ( Terror of panthers)ने एक बार फिर से लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। बुधवार रात, जब 5 साल की मासूम बच्ची सूरज खेल रही थी, तब उसे...
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Udaipur panther attack: गोगुंदा इलाके में पैंथर के आतंक ( Terror of panthers)ने एक बार फिर से लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। बुधवार रात, जब 5 साल की मासूम बच्ची सूरज खेल रही थी, तब उसे अचानक एक पैंथर ने उठा लिया और घातक जंगल की ओर ले गया। इस Udaipur panther attack के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई है।

शरीर के अंग मिले, लेकिन शव नहीं

ग्रामीणों को बच्ची के शरीर के अंग (body parts ) मिले हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में चिंता और भय का माहौल बन गया है। घटनास्थल पर पैंथर के पैरों के निशान (Panther footprints) भी पाए गए हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि बच्ची की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। वन विभाग के अधिकारी इस खतरनाक स्थिति का सामना करने के लिए तुरंत सक्रिय हो गए हैं और पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

आक्रोशित ग्रामीणों का प्रदर्शन

घटना के तुरंत बाद, आक्रोशित ग्रामीणों ने कुंडाऊ के घाटिया ओडा रोड पर पेड़ और पत्थर डालकर जाम लगा दिया। इस जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण ही यह भयानक घटना घटी है, और उन्होंने तत्काल पैंथर को पकड़ने की मांग की है।

पैंथर का आतंक पहले भी महसूस किया गया

गांव में पिछले कुछ दिनों से पैंथर का आतंक महसूस किया जा रहा था। 24 सितंबर को, वन विभाग की टीम ने छाली गांव से दो आदमखोर लेपर्ड को पकड़कर बायलॉजिकल पार्क में भेजा था। इनकी गिरफ्तारी के बाद गांव वाले और प्रशासन दोनों निश्चिंत थे, लेकिन अचानक हुई इस घटना ने सभी को चिंतित कर दिया है।

बच्ची का सुराग नहीं, परिजनों का बुरा हाल

गुरुवार सुबह तक बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला है, न ही शव। बुधवार रात जब पैंथर ने मासूम को उठाया, तब ग्रामीणों ने उसकी चीखें सुनी थीं, लेकिन समय पर मदद नहीं पहुँच पाई। बच्ची के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे उसे वापस पाने की उम्मीद में हैं।

इस दुखद घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने शव की खोज के लिए एक सर्च अभियान चलाया है। ग्रामीण और Forest Department team मिलकर बच्ची की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है

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