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Tonk News: गुमनाम जमीन की फर्जी दस्तावेजों से रजिस्ट्री ! राजस्व मंत्री के निर्देश पर जांच करने पहुंची कमेटी

Tonk Land Fraud: टोंक। जिले में 20 बीघा गुमनाम जमीन की फर्जी दस्तावेज से रजिस्ट्री का मामला अब पेचीदा होता जा रहा है। राजस्व मंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद इस मामले मेें जांच कमेटी का गठन किया गया है।...
08:18 PM Aug 26, 2024 IST | Kamlesh Kumar Mahawer
Tonk Land Fraud: टोंक। जिले में 20 बीघा गुमनाम जमीन की फर्जी दस्तावेज से रजिस्ट्री का मामला अब पेचीदा होता जा रहा है। राजस्व मंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद इस मामले मेें जांच कमेटी का गठन किया गया है।...

Tonk Land Fraud: टोंक। जिले में 20 बीघा गुमनाम जमीन की फर्जी दस्तावेज से रजिस्ट्री का मामला अब पेचीदा होता जा रहा है। राजस्व मंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद इस मामले मेें जांच कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी में शामिल सदस्य सोमवार को टोंक पहुंचे और सभी पक्षों के बयान दर्ज किए हैं। इधर, माना जा रहा है कि यह सिर्फ एक जमीन का मामला नहीं, बल्कि सैकड़ों बीघा जमीन में फर्जीवाड़ा हुआ है।

राजस्व मंत्री के निर्देश पर फर्जीवाड़े की जांच

टोंक में 20 बीघा जमीन को फर्जी दस्तावेजों से हड़पने के मामले में राजस्व मंत्री हेमंत मीणा के निर्देश पर जांच शुरु हुई है। सोमवार को ADM बीसलपुर हरिताभ आदित्य के नेतृत्व में टीम के सदस्य टोंक सब रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचे। टीम ने सभी पक्षों के बयान दर्ज किए। टीम ने अरनिया केदार की पटवारी सुमित्रा चौधरी, कांग्रेस पार्षद राहुल सैनी, अरनिया केदार सरपंच हंसराज, शिकायत कर्ता रामधन से बात की।

20 बीघा जमीन पर कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?

फर्जी दस्तावेजों से जमीन हड़पने का यह मामला टोंक जिले के अरनिया केदार गांव का है। जहां पहमल नाम के एक व्यक्ति की करीब 20 बीघा जमीन है। जो 1947 में अलॉट हुई थी। पहमल का कोई वारिस नहीं होने से वह भूमि अब गुमनाम है। इसे देखते हुए कुछ भूमाफियाओं ने जयपुर के एक व्यक्ति को साजिश में शामिल किया। उसके आधार कार्ड में नाम बदलकर पहमल कर दिया। मगर आधार कार्ड में जन्मतिथि 1962 थी। जिसके चलते फर्जीवाड़ा पकड में आया।

खुलासा होने पर राजस्व मंत्री ने दिए जांच के आदेश

मामला उजागर होने के बाद राजस्व मंत्री हेमन्त मीणा ने राज्यस्तर पर ही 4 सदस्य कमेटी बना दी। सामने आया कि भू- अभिलेख क्षेत्र बम्बोर के पटवारी मंडल अरनिया केदार, बमोर, सोरण, इस्लामपुरा में आवंटित जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर भू- माफियाओं ने फर्जी रजिस्ट्रीयां कराई हैं। जांच कमेटी ने फर्जी रजिस्ट्रियां और राजस्व रिकार्ड में की गई कांट छांट से जुड़ी शिकायतों की रिपोर्ट मांगी।(Tonk Land Fraud)

फर्जी रजिस्ट्री मामले में कई लोगों पर आरोप

फर्जी रजिस्ट्र्री मामले में कलेक्टर से शिकायत की गई थी। जिसमें टोंक पंचायत समिति प्रधान सुनीता गुर्जर, अरनिया केदार सरपंच हंसराज, टोंक नगर परिषद में पार्षद राहुल सैनी सहित 6 लोगों पर आरोप लगाए गए थे। शिकायतकर्ता रामधन चौधरी ने तहसीलदार, उप रजिस्ट्रार, पटवारी पर भी आरोप लगाए थे।

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