Kota: हैंगिग डिवाइस...तो पंखे से कैसे सुसाइड? JEE स्टूडेंट की मौत पर पिता ने उठाए सवाल
Kota Student Suicide Case: राजस्थान के कोटा में 19 साल के JEE स्टूडेंट नीरज की मौत मिस्ट्री बन गई है। पुलिस इसे सुसाइड का मामला मान रही थी, (Kota Student Suicide Case) मगर अब इस मामले में नया मोड आ गया है। नीरज के पिता ने बेटे की हत्या की आशंका जताई है। अब पुलिस पिता की शिकायत के आधार पर इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।
'बेटा सुसाइड नहीं कर सकता, निष्पक्ष जांच हो'
कोटा में जवाहर नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात को हरियाणा महेंद्रगढ़ निवासी नीरज कोचिंग छात्र ने सुसाइड कर लिया था। मगर कोचिंग छात्र की मौत अब सवालों में घिरती दिख रही है। बेटे की खबर मिलने के बाद अब पिता बबलू प्रजापत कोटा पहुंचे हैं। उन्होंने बेटे की मौत पर सवाल खड़े करते हुए हत्या का आरोप लगाया है और कोटा पुलिस से मांग की है कि बेटे की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच हो। क्योंकि उनका बेटा सुसाइड नहीं कर सकता।
हैगिंग डिवाइस...तो पंखे से कैसे लगाई फांसी?
पुलिस का कहना है कि नीरज ने कमरे में लगे पंखे के कड़े से फंदा लगाकर फांसी लगा ली और उसकी मौत हो गई। जबकि परिजनों ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं। परिजनों का कहना है कि जिस कमरे में नीरज ने सुसाइड किया, उस कमरे में जो कड़ा लगा है, उससे रस्सी नहीं लग सकती। बेटा बताता था कि पंखे में हैंगिग डिवाइस लगी है, फिर फांसी कैसे लगा सकता है? पंखे की पंखुडिया भी ठीक हैं।
कमरे का गेट तोड़ने का भी निशान नहीं
नीरज के पिता का कहना है कि डेढ़ साल से बेटा यहां रह रहा है। एग्जाम की तैयारी कर रहा था। उनकी बेटे से रोजाना बात होती थी, एक दिन पहले भी बात हुई। बेटे को प्रेक्टिकल के लिए हरियाणा बुलाया था, ट्रेन को लेकर बात हुई थी। इसके बाद यह खबर मिली। बेटे के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। धक्का मारकर गेट खोलने की बात कही जा रही है, मगर यहां ऐसे निशान नहीं हैं। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
पुलिस ने सुसाइड का किया दावा
कोटा के जवाहर नगर थाना प्रभारी बुधराम चौधरी ने छात्र की मौत को सुसाइड बताया है। थाना प्रभारी का कहना है कि हॉस्टल में रहने वाले बच्चों ने ही तेजी से धक्का मार कर गेट खोला। हालांकि पुलिस फिलहाल इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। छात्र के पिता की शिकायत के आधार पर ही आगे की जांच की जा रही है।
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