Chhath Puja Prasad Benefits: छठ में चढ़ाएं जाने वाले प्रसाद सेहत के लिए होते हैं विशेष फायदेमंद, आप भी जानें
Chhath Puja Prasad Benefits: लोक आस्था के महापर्व छठ की छठा ही निराली होती है। छठ पूजा मनाने वालों के लिए ये चार दिन बिलकुल ही अद्भुत होते हैं। छठ पूजा का व्रत करने वाले लोग इन चार दिनों में पूरी तरह से आध्यात्मिकता में लीन हो जाते हैं। छठ पूजा (Chhath Puja Prasad Benefits) में छठी मैया को अर्पित किये जाने वाले प्रसाद का भी अलग ही महत्व होता है। छठ पूजा का प्रसाद, जिसमें ठेकुआ, चावल के लड्डू और फल शामिल होते हैं, का आध्यात्मिक और स्वास्थ्य दोनों लाभ होता है।
गुड़, गेहूं के आटे और घी जैसी सामग्रियों से बनी ये पारंपरिक मिठाइयां प्राकृतिक ऊर्जा प्रदान (Chhath Puja Prasad Benefits) करती हैं और पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। छठ के समय सर्दियां शुरू हो जाती हैं ऐसे में गुड़ और इससे बनें पकवानों का अलग स्वास्थ्य पर बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ता है। गुड़ पाचन में सहायता करता है, जबकि गेहूं और घी आवश्यक विटामिन और हेल्थी फैट प्रदान करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि प्रसाद का सेवन (Chhath Puja Prasad Benefits) करने से सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है, जो पवित्रता, स्वास्थ्य और कल्याण का प्रतीक है। छठ का प्रसाद खाना सिर्फ एक धार्मिक कार्य नहीं है, बल्कि यह इम्युनिटी को भी बढ़ाता है और शारीरिक शक्ति बढ़ाता है।
छठ पूजा में अर्पित किये जाने वाले प्रसाद के स्वास्थ्य लाभ
ठेकुआ और रसियाव: छठ में ठेकुआ और रसियाव जरूर बनता है। जहां ठेकुआ छठ के सूप में चढ़ा कर सूर्य देव और छठी मैया को अर्पित किया जाता है तो वहीँ रसियाव छठ के दूसरे दिन खड़ना को बनता है। ठेकुआ, एक पारंपरिक छठ पूजा मिठाई, गेहूं के आटे, गुड़ और घी से बनाई जाती है, जो प्राकृतिक ऊर्जा को बढ़ावा देती है और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है। गुड़ पाचन में सहायता करता है और खनिजों से भरपूर होता है, जबकि घी हेल्थी फैट प्रदान करता है। पोषक तत्वों से भरपूर ठेकुआ स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सहनशक्ति और इम्युनिटी के लिए फायदेमंद भी होता है।
केला: छठ पूजा में प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाने वाले केले पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो तुरंत ऊर्जा, पोटेशियम और विटामिन B6 और C प्रदान करते हैं। वे पाचन में सहायता करते हैं, हृदय के लिए बेहतर होते हैं और इम्युनिटी बढ़ाते हैं। ऐसा माना जाता है कि केले का प्रसाद खाने से जीवन शक्ति का आशीर्वाद मिलता है, जो भक्तों को सूर्य देव की पौष्टिक ऊर्जा से जोड़ता है।
गन्ना: छठ पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाने वाला गन्ना जीवन शक्ति और प्राकृतिक मिठास का प्रतीक है। आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, यह पाचन में सहायता करता है, इम्युनिटी बढ़ाता है और शरीर को हाइड्रेट करता है। ऐसा माना जाता है कि गन्ने का प्रसाद खाने से शक्ति, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
डाभ निम्बू: छठ पूजा के प्रसाद में चढ़ाया जाने वाला डाभ निम्बू (नींबू की एक बड़ी वैरायटी) विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो इम्युनिटी को बढ़ाता है और पाचन में सहायता करता है। इसकी क्षारीय प्रकृति शरीर के पीएच को संतुलित करती है, डेटोक्सिफिकेशन को बढ़ावा देती है। डाभ नींबू प्रसाद का सेवन त्योहार की भावना के अनुरूप स्वास्थ्य और जीवन शक्ति का आशीर्वाद देता है।
सिंघाड़ा: छठ का सूप स्वस्थ और पौष्टिक प्रसाद सामग्री से भरा होता है जो न केवल आपको ऊर्जा प्रदान कर सकता है बल्कि आपको लंबे समय तक तृप्त भी रखता है। ऐसे ही फल में से एक है सिंघाड़ा है। एक हाइड्रेटिंग और कम कैलोरी वाला फल, सिंघाड़े में कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, यह अपच को रोकता है, अन्य लाभों के अलावा ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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