Donald Trump 2.0: अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के बीच ट्रंप का दूसरा कार्यकाल, जानें कौन-कौन होगा शामिल
Donald Trump 2.0: अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी, सोमवार को शपथ लेंगे। यह ट्रंप (Donald Trump 2.0) का व्हाइट हाउस में दूसरा कार्यकाल होगा। उनके शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया भर के कई मेहमान शामिल होंगे।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण को आमतौर पर घरेलू मामला माना जाता है, लेकिन ट्रंप ने इस परंपरा को तोड़ते हुए कई विदेशी नेताओं को आमंत्रित किया है। इस ऐतिहासिक अवसर पर कई अंतरराष्ट्रीय नेता वॉशिंगटन डीसी में मौजूद रहेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में कौन-कौन होगा शामिल?
जेवियर माईली (अर्जेंटीना): अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माईली ने इस समारोह में शामिल होने की पुष्टि की है। ट्रंप ने माईली को समर्थन देते हुए उन्हें "अर्जेंटीना को फिर से महान बनाने वाला नेता" कहा था।
जियोर्जिया मेलोनी (इटली): इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के शामिल होने की संभावना है। हालांकि, उनके कार्यालय ने कहा है कि यह उनकी व्यस्तता पर निर्भर करेगा।
डैनियल नोबोआ (इक्वाडोर): इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ का मानना है कि ट्रंप की जीत पूरे लैटिन अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है। वे अपने चुनाव प्रचार के बीच शपथ ग्रहण में शामिल होंगे।
नायब बुकेले (अल सल्वाडोर): अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने अभी तक अपनी उपस्थिति की पुष्टि नहीं की है।
माटेउस मोराविएकी (पोलैंड): पोलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री माटेउस मोराविएकी भी इस समारोह में शामिल होंगे।
कौन नहीं होगा शामिल?
नरेंद्र मोदी (भारत): भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह में शामिल नहीं होंगे। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शपथ ग्रहण में प्रतिनिधित्व करेंगे।
शी जिनपिंग (चीन): चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को आमंत्रित किया गया है, लेकिन वे स्वयं उपस्थित नहीं होंगे। उनकी जगह उपाध्यक्ष हान झेंग आएंगे।
विक्टर ऑर्बन (हंगरी): हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन ने अपनी व्यस्तताओं के चलते समारोह में उपस्थित न होने की पुष्टि की है।
जायर बोलसोनारो (ब्राजील): ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो को आमंत्रित किया गया था, लेकिन कानूनी बाधाओं के चलते वे शामिल नहीं हो सकते। उनकी पत्नी मिशेल बोलसोनारो उनकी जगह उपस्थित होंगी।
कीर स्टारमर (यूके): ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर को आमंत्रित नहीं किया गया है। ब्रिटेन के राजदूत उनकी ओर से प्रतिनिधित्व करेंगे।
यूरोपीय देशों का रुख
यूरोपीय यूनियन और नाटो के कई सदस्य देशों के नेताओं को इस बार आमंत्रित नहीं किया गया है। फ्रांस, जर्मनी और अन्य प्रमुख देशों की ओर से केवल उनके राजदूत ही उपस्थित रहेंगे। यह समारोह कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि इसमें अंतरराष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति अमेरिका के राजनायिक दृष्टिकोण को नई दिशा दे सकती है।
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