Israel Iran War: क्या है ‘अब्राहम गठबंधन’, जिसकी मदद से ईरान की कमर तोड़ने की तैयारी में इजरायल
Iran Israel War: इजरायल-ईरान (Iran Israel War) के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। कुछ खुफिया रिपोर्ट्स का दावा है कि ईरान और उसके समर्थक देश और समूह अगले सप्ताह ही इजयरायल के खिलाफ सैन्य मुहीम छेड़ सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने इजरायल के समर्थन में इस क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। बहरहाल, इजरायल और ईरान तो इस तनाव के मुख्य खिलाड़ी हैं ही, लेकिन इस पूरे विवाद की जड़ में दो और अहम किरदार हैंः पहला अब्राहम अलायंस यानी अब्राहम गठबंधन और दूसरा एक्सिस ऑफ रेज़िस्टेंस यानी प्रतिशोध की धुरी।
अब्राहम गठबंधन (The Abraham Aliance)
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पिछले महीने यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में मध्य पूर्व (Middle East) में एक नए क्षेत्रीय गठबंधन का प्रस्ताव रखा, जिसे "अब्राहम गठबंधन” (The Abraham Aliance) कहा गया। यह अब्राहम समझौते (Abraham Accord) का ही एक तरह से विस्तार है, जिसका उद्देश्य इजरायल के पक्ष में उन देशों के राजनयिक संबंधों को मजबूत करना है, जो ईरान के प्रभाव को कम करना चाहते हैं। अब्राहम गठबंधन सितंबर 2020 में शुरू हुआ था। इसके तहत संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन, मोरक्को और सूडान सहित कई अरब देशों के साथ इजरायल के संबंधों को सामान्य किया।
प्रतिरोध की धुरी (The Axis of Resistance)
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से, ईरान ने प्रॉक्सी समूहों के एक नेटवर्क के माध्यम से पूरे मध्य पूर्व में अपना प्रभाव बढ़ाया है, जिसे सामूहिक रूप से प्रतिरोध की धुरी के रूप में जाना जाता है। इस नेटवर्क में लेबनान में हिजबुल्लाह, यमन में हौथी, इराक में विभिन्न मिलिशिया और सीरिया और गाजा में आतंकवादी समूह शामिल हैं। ये प्रॉक्सी ईरान के रणनीतिक हितों के समर्थन में कार्य करते हैं। इससे पूरे क्षेत्र में ईरान का प्रभाव बढ़ता है और विरोधियों को चुनौती देने में आसानी रहती है।
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