HMPV Count in India: भारत में एचएमपीवी संक्रमितों की संख्या हुई 7, जानें इस वायरस से कैसे बचें
HMPV Count in India: भारत में एचएमपीवी से संक्रमितों की संख्या दो दिनों में तेजी से बढ़ी है। अब इस वायरस से संक्रमित बच्चों की संख्या बढ़कर सात तक (HMPV Count in India) पहुंच गयी है। ताजा मामलों में नागपुर (HMPV in Nagpur) में दो संदिग्ध एचएमपीवी रोगियों की पहचान की गई है। ये मरीज़ क्रमशः 13 और 7 वर्ष के हैं। दोनों संदिग्ध मरीजों का रिकॉर्ड जांच के लिए एम्स नागपुर भेजा गया है।
अब तक किन-किन राज्यों में मिले हैं एचएमपीवी मामले
भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV Virus in India) संक्रमण के सात मामलों की पुष्टि हुई है। ये सात मामले बेंगलुरु, नागपुर, तमिलनाडु और अहमदाबाद में सामने आये हैं। सोमवार को ICMR ने दो मामलों की पहचान बेंगलुरु, कर्नाटक में की थी। एक अन्य मामला अहमदाबाद, गुजरात में दर्ज किया गया था। इन मामलों का पता देश भर में श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी के लिए चल रहे निगरानी प्रयासों के तहत लगाया गया।
आज नागपुर में दो मामले सामने आए हैं जिनमें एक सात साल का और एक तेरह साल का बच्चा (HMPV Count in India) शामिल है। वहीं दो अन्य मामले आज तमिलनाडु में सामने आये। तमिल नाडु में दोनों संक्रमित बच्चों की स्थिति स्थित बताई जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, पैनिक होने की जरूरत नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा (Union Health Minister JP Nadda) ने सोमवार को जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 2001 में पहली बार पहचाने गए इस वायरस से कोई नया खतरा नहीं है। नड्डा ने जनता को आश्वस्त किया कि स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क सतर्क हैं और किसी भी हेल्थ संबंधी चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए हम तैयार हैं।
केंद्र सरकार के इस संबंध में राज्यों के साथ एक बैठक भी की है। बैठक के बाद कई राज्य सरकारों ने भी (HMPV Count in India) एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली सरकार ने इस वायरस को लेकर जारी एडवाइजरी में अस्पतालों को सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों पर नजर रखने को कहा। वहीं महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और तमिल नाडु के सरकारों ने इस बीमारी को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
नागपुर में दो मामले मिलने के बाद महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग (HMPV Cases in Maharashtra) अलर्ट मोड पर है। खांसी, बुखार या किसी भी गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) से पीड़ित लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। विभाग ने राज्य के लोगों से शांत रहने और घबराने की अपील नहीं की है। विभाग जल्द ही वायरस से बचाव और उपायों के संबंध में दिशानिर्देश जारी करेगा।
HMPV वायरस से कैसे बचें?
नियमित रूप से हाथ धोएं: अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक साफ करें या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
निकट संपर्क से बचें: श्वसन संबंधी बीमारी के लक्षण दिखाने वाले लोगों से दूरी बनाए रखें।
खांसी और छींक को ढकें: बूंदों को फैलने से रोकने के लिए टिश्यू या अपनी कोहनी का उपयोग करें।
मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाले या उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में, वायुजनित कणों के संपर्क को कम करने के लिए मास्क पहनें।
सतहों को कीटाणुरहित करें: बार-बार छुई जाने वाली वस्तुओं और सतहों को नियमित रूप से साफ करें।
इम्युनिटी बढ़ाएं: पौष्टिक भोजन करें, हाइड्रेटेड रहें और पर्याप्त नींद लें।
चिकित्सीय सलाह लें: यदि आपमें बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण विकसित हों तो डॉक्टर से परामर्श लें।
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