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7th Phase Of Lok Sabha Elections 2024: सातवें चरण के लिए मतदान कल, आठ राज्यों की 57 सीटों पर होगा मतदान

7th Phase Of Lok Sabha Elections 2024: नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए सातवें चरण के लिए एक मई को मतदान होंगे। 30 मई को इसके लिए चुनाव प्रचार को शोर पहले ही थम चुका...
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7th Phase Of Lok Sabha Elections 2024: नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए सातवें चरण के लिए एक मई को मतदान होंगे। 30 मई को इसके लिए चुनाव प्रचार को शोर पहले ही थम चुका है। इस आखिरी चरण में देश के करीब 8 राज्यों और यूनियन टेरिटरी की करीब 57 सीटों पर मतदान कराया जाएगा। इन राज्यों में यूपी, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, और चंडीगढ़ शामिल हैं। आखिरी चरण में मतदान के बाद चार जून को चुनाव परिणाम की घोषणा की जाएगी।

बता दें कि आखिरी फेज में कुल 904 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से 328 प्रत्याशी पंजाब से, 144 प्रत्याशी यूपी से, 134 प्रत्याशी बिहार से, 66 प्रत्याशी ओडिशा से, 52 प्रत्याशी झारखंड से, 37 प्रत्याशी हिमाचल प्रदेश से और 4 प्रत्याशी चंडीगढ़ से हैं. इस फेज में नरेंद्र मोदी, अफजाल अंसारी, मनीष तिवारी, मीसा भारती, कंगना रनौत, रवि किशन, रविशंकर प्रसाद, पवन सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, अनुराग ठाकुर, अभिषेक बनर्जी, और हरसिमरत कौर बादल जैसे दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर लगी हुई है।

सातवें चरण में सियासी समीकरण

सातवें चरण की जिन 57 सीटों पर एक जून को चुनाव है, उन सीटों पर वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। पिछले चुनाव में इन 57 सीटों में से बीजेपी ने 25 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटों से संतोष करना पड़ा था।

इसके अलावा जेडीयू को 3 सीटें मिलीं थीं। इसके अलावा अपना दल (एस) को दो सीटें, शिरोमणि अकाली दल 2 सीटें, आम आदमी पार्टी एक, बीजेडी 2, जेएमएम एक सीट और टीएमसी 9 सीटें जीतने में सफल रही थी. बीजेपी नेतृत्व वाला एनडीए 32 सीटें जीतने में कामयाब रहा जबकि यूपीए को 9 सीटें ही मिलीं।

अन्य दलों को 14 सीटें मिलीं थीं। हालांकि इस बार का चुनाव 2019 से पूरी तरह से अलग समझा जा रहा है। 27 साल से पंजाब में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली अकाली दल इस बार अलग होकर चुनाव लड़ रही है।

उत्तर प्रदेश में इसलिए भी अहम है सातवां चरण

भाजपा के लखनऊ स्थित मुख्यालय में आईटी सेल के नेता के मुताबिक सातवें चरण में मुकाबला दिलचस्प होगा। (7th Phase Of Lok Sabha Elections 2024) प्रदेश की 13 सीटों पर चुनाव होना है। इनमें 65 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 65 में 43 विधानसभा क्षेत्र से 2022 में भाजपा के विधायक जीते हैं। 11 विधानसभा में सपा,02 में अपना दल(एस),04 पर सुभासपा और 03 पर निषाद पार्टी के विधायक हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में बिहार और उ.प्र. में 05 सीट सहयोगी दलों ने जीती थी।

भाजपा के आईटी सेल के अमित मालवीय भी लगातार आकलन करने में लगे हैं। समाजवादी पार्टी के संजय लाठर कहते हैं कि भाजपा का यह गणित तो उ.प्र. के साथ-साथ बिहार में भी बिगड़ने वाला है। सूत्रों का कहना है कि एनडीए के घटक दलों को जोड़ लिया जाए तो 52 विधानसभा पर एनडीए को जीत मिली है।

समाजवादी पार्टी के सचिव सुशील दूबे भी चुनावी सर्वेक्षण और चुनावी गणित पर चार्ट तैयार कर रहे हैं। सुशील दूबे का कहना है कि जमीनी लड़ाई को समझना होगा। 2022 में चार दल लड़े थे। सपा, रालोद के साथ लड़ी थी। इस बार कांग्रेस है और उसका पूर्वांचल में भी वोट है। देखते जाइए, सभी आंकड़ेबाजी धरी की धरी रह जाएगी।

पंजाब में क्या कांग्रेस बचा पाएगी अपनी इज्जत?

पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी अलग-अलग चुनावी मैदान में है। पंजाब की सत्ता में आम आदमी पार्टी है जिसके चलते उसे इस बार अपनी सीटें बढ़ने की उम्मीद दिख रहीं हैं। पंजाब में 01 जून को 13 सीटों पर मतदान होना है। 2019 में इनमें से 08 सीटें कांग्रेस के पास थीं जबकि एक सीट आम आदमी पार्टी के पास थी।

02 सीट पर भाजपा और 02 पर शिरोमणि अकालीदल को सफलता मिली थी। आम आदमी पार्टी नेता अरुण धवन कहते हैं कि इस बार लड़ाई तगड़ी है। आम आदमी पार्टी 08 सीट जीत सकती है। इसी तरह कांग्रेस 03 सीटों पर अच्छा लड़ रही है। भाजपा भी तीन सीटों पर कांटे के मुकाबले में है।

अरुण धवन कहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस के पुराने दिग्गजों के पार्टी छोड़ देने से उसे नुकसान हो रहा है। इसके कारण भाजपा को एक सीट अधिक मिल सकती है जबकि आम आदमी पार्टी पहली बार राज्य की लोकसभा में नंबर-1 पार्टी बनने की ओर है।

पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, हिमाचल, झारखंड में भी है कड़ा मुकाबला

इसी तरह हिमाचल की सत्ता में इस बार कांग्रेस काबिज है। इसके चलते बीजेपी को भी यहां पूरी तरह क्लीन स्वीप करने में मुश्किल पेश आएगी। इसी तरह बिहार से लेकर यूपी तक सियासी समीकरण बदले हुए हैं। इसके अलावा बंगाल में ममता बनर्जी के लिए अपनी सीटें बचाए रखने की चुनौती है।

बता दें कि सातवें चरण की 57 सीटों में 2019 में भाजपा ने अकेले 25 सीटें जीती थी। पश्चिम बंगाल में भाजपा 2019 दोहरा ले तो बड़ी बात है। सातवें चरण में चंडीगढ़ की एक सीट, हिमाचल की 04, पश्चिम बंगाल की 09, झारखंड की 03 और उड़ीसा की 06 सीट पर मतदान होना है।

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