Children's Day 2024: देश मना रहा 'चाचा नेहरू' का जन्मदिन, जानें उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें
Children's Day 2024: 14 नवंबर को जन्मे भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती को पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बच्चों के प्रति उनके गहरे प्रेम और स्नेह के कारण यह दिन "चाचा नेहरू" की याद में बाल दिवस (बाल दिवस) के रूप में मनाया जाता है। नेहरू का मानना था कि बच्चे देश के भविष्य के निर्माता हैं। उनके इस समर्पण के कारण इस दिन को मासूमियत, जिज्ञासा और खुशी का प्रतीक माना जाता है।
भारत में 14 नवंबर को विभिन्न समारोहों, उपहारों और बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और उनकी खुशहाली को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों के साथ मनाया जाता है। इस दिन नेहरू की बच्चों के प्रति असीमित प्रतिबद्धता और उनके बेहतर भविष्य के लिए उनके प्रयासों को सम्मानित किया जाता है। "चाचा नेहरू" से बारे में यहां कुछ रोचक तथ्य बताए गए हैं, जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में रोचक तथ्य:
- नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन: पंडित नेहरू को 1950 से 1955 के बीच 11 बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन उन्हें यह पुरस्कार कभी प्राप्त नहीं हुआ।
- प्रारंभिक शिक्षा: नेहरू की प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई थी जहाँ निजी अध्यापकों और ट्यूटरों ने उनके अध्ययन का ध्यान रखा।
- प्रसिद्ध पुस्तकें: उन्होंने "द डिस्कवरी ऑफ इंडिया" और "ग्लिम्प्सेस ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री" जैसी किताबें लिखीं। "ग्लिम्प्सेस ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री" में उनकी बेटी इंदिरा गांधी को लिखे 146 पत्रों का संकलन है।
- शिक्षा का सफर: नेहरू ने हैरो स्कूल, ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज से प्राकृतिक विज्ञान में ऑनर्स डिग्री और इनर टेम्पल, लंदन से कानून की पढ़ाई पूरी की।
- आत्मकथा: अपनी आत्मकथा "टुवर्ड फ्रीडम" उन्होंने जेल में रहते हुए 1934 से 1935 के बीच लिखी। इस पुस्तक में उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन, राष्ट्रीयता और भारत की स्वतंत्रता संग्राम की झलक दी है।
- भाई-बहनों की उपलब्धियाँ: उनकी बड़ी बहन विजयलक्ष्मी पंडित संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष बनीं और उनकी सबसे छोटी बहन कृष्णा हठीसिंह प्रसिद्ध लेखिका थीं।
- महात्मा गांधी से प्रेरणा: भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भागीदारी महात्मा गांधी की ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ विचारधारा से प्रेरित थी।
- नेहरू जैकेट: पश्चिमी पोशाक छोड़कर भारतीय पोशाक अपनाना उनके द्वारा उपनिवेशवाद का विरोध करने का साहसिक कदम था। उनकी जैकेट "नेहरू जैकेट" स्वतंत्रता का प्रतीक बन गई। अक्सर उनके जैकेट में गुलाब दिखता था जो बच्चों के साथ उनकी एक प्रिय परंपरा थी।
- कश्मीरी पंडित विरासत: "पंडित" का उनका उपनाम उनके गहरे विद्वतापूर्ण ज्ञान के कारण नहीं बल्कि उनकी कश्मीरी पंडित विरासत का सूचक है।
- प्राणघातक हमले: प्रधानमंत्री रहते हुए पंडित नेहरू पर चार बार जानलेवा हमले हुए। पहला हमला 1947 में भारत के विभाजन के दौरान हुआ।
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