केजरीवाल ने मोहन भागवत को चिट्ठी लिखकर भाजपा से जुड़े सवाल किए, जानें क्या था मुद्दा!
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी पार्टियां जुटी हुई है। वहीं नए साल की शुरुआत में ही आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरते हुए राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को चिट्ठी लिखी है और (Delhi Assembly Election 2025)उनसे भाजपा से जुड़े कई सवाल पूछे हैं। क्या है वो सवाल?
भाजपा ...आरएसएस के बीच खींची राजनीतिक रेखाएं
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी में अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के रिश्तों को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता ने मोहन भागवत से पूछा है कि क्या भाजपा द्वारा किए गए गलत कार्यों का आरएसएस समर्थन करता है, और क्या पार्टी वोट खरीदने और जनतंत्र को कमजोर करने जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देती है। केजरीवाल ने अपने सवालों से यह साबित करने की कोशिश की है कि भाजपा अपनी चुनावी रणनीतियों में तंत्र को कमजोर कर रही है, और आरएसएस को इस पर विचार करना चाहिए।
भाजपा...आरएसएस के बीच बढ़ता विवाद
अरविंद केजरीवाल का आरोप है कि भाजपा, अपनी राजनीतिक रणनीतियों के लिए आरएसएस के समर्थन का लाभ उठाने में लगी है। उन्होंने मोहन भागवत से यह भी सवाल पूछा कि क्या भाजपा की यह राजनीति राष्ट्रीय स्वार्थों को नुकसान पहुंचा रही है। केजरीवाल के इन सवालों ने भाजपा और आरएसएस के बीच तनाव को बढ़ा दिया है और इस मुद्दे पर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। अब देखना यह होगा कि भाजपा और आरएसएस इस गंभीर आरोपों का कैसे जवाब देते हैं, और क्या पार्टी की रणनीतियों में कोई बदलाव होता है।
भाजपा पर भ्रष्टाचार और झूठे वादों का आरोप
केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भ्रष्ट नेताओं को शामिल कर रही है और जनता से झूठे वादे करके उनका भरोसा तोड़ रही है। इस पर भाजपा और आरएसएस के नेतृत्व को स्पष्ट जवाब देना होगा कि वे अपने संगठन में किस तरह के नेताओं को शामिल कर रहे हैं और इस प्रकार की गतिविधियों से पार्टी की छवि पर क्या असर पड़ सकता है। इस मुद्दे पर केजरीवाल की चुप्पी ने भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
आरएसएस के सवालों का सटीक जवाब न देना
अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ भाजपा को ही नहीं, बल्कि कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। उनका कहना था कि कांग्रेस ने हमेशा अपनी चुनावी राजनीति में जातिवाद और अन्य विवादित मुद्दों को भड़काया है, और अब भाजपा भी उसी रास्ते पर चल रही है। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।
आतिशी का धार्मिक स्थलों पर हमला ...भाजपा का पलटवार
दिल्ली में धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद भी गहराया हुआ है। मुख्यमंत्री आतिशी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दिल्ली के मंदिरों और बौद्ध धार्मिक स्थलों को तोड़ने के आदेश दिए हैं। इस पर भाजपा ने कहा कि ऐसे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और कोई भी धार्मिक स्थल नुकसान से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
वीरेंद्र सचदेवा का चिट्ठी के जरिए केजरीवाल पर हमला
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए उनके राजनीतिक आचरण पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को अब अपने झूठे वादों से बाज आना चाहिए और जनता से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर केजरीवाल ने अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं किया, तो भाजपा उन्हें राजनीतिक तौर पर मुंहतोड़ जवाब देगी।
दिल्ली की सत्ता के लिए जंग तेज
दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय जिस तरह से राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप की रणनीति तेज हुई है, उसे देखते हुए आने वाले समय में और भी गंभीर विवाद हो सकते हैं।
भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच तीखा संघर्ष चल रहा है, और कांग्रेस भी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। इस राजनीतिक घमासान में कौन बाजी मारेगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल सभी दल अपने-अपने आरोपों और सवालों से एक-दूसरे को घेरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
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