Jharkhand Rally: संथाल परगना में मौजूदा सरकार पर बरसे पीएम मोदी, बोले ‘आपका जल, जंगल, जमीन छिन रहा..’
Jharkhand Rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को झारखंड में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक साजिश के तहत झारखंडियों की पहचान बदलने की कोशिश की जा रही है, खासकर संथाल परगना क्षेत्र में आदिवासी आबादी में गिरावट हो रही है।
सारठ और गोड्डा विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को दूसरे चरण के चुनाव में जा रहे हैं, ऐसे में संथाल परगना डिवीजन में दो रैलियों को संबोधित करते हुए, मोदी ने वर्तमान सरकार पर भ्रष्टाचार में गले तक डूबे होने का आरोप लगाया।
मोदी ने वरतमान सरकार पर लगाया आरोप
मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, "आप अपनी झारखंडी पहचान से प्यार करते हैं। अगर आपकी पहचान खो जाए तो क्या होगा? आंकड़े बताते हैं कि संथाल परगना में आदिवासी आबादी घटकर आधी रह गई है। आपका 'जल, जंगल, जमीन' छिनता जा रहा है। हमें आदिवासियों और झारखंड दोनों को बचाना है"।
उन्होंने आगे कहा, "झारखंड की पहचान बदलने की बड़ी साजिश रची जा रही है। और झामुमो-कांग्रेस सरकार घुसपैठियों को संरक्षण देने के लिए गलत फैसले ले रही है। उनके दस्तावेज रातों-रात बन रहे हैं। विवाह के बहाने आदिवासी लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है। आपकी जमीन और जीविका छीनी जा रही है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि भाजपा-एनडीए सरकार आपकी माटी, रोटी और बेटी के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होने देगी।"
बांग्लादेशी घुसपैठ
प्रधानमंत्री का बयान भाजपा के उस आरोप के अनुरूप है जिसमें कहा गया है कि बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण विशेष रूप से संथाल परगना में आदिवासी आबादी में कमी और जनसांख्यिकी में बदलाव हो रहा है। सारठ की रैली में, जहां भाजपा की सीता सोरेन कांग्रेस मंत्री इरफान अंसारी का मुकाबला कर रही हैं, मोदी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर अंसारी द्वारा सीता सोरेन के खिलाफ इस्तेमाल की गई "अपमानजनक भाषा" पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया।
मोदी ने कहा कि, "कांग्रेस का आदिवासियों का अपमान करने का इतिहास रहा है। एक कांग्रेस मंत्री ने सीता सोरेन के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। उसने ऐसा करने की हिम्मत क्यों की? क्योंकि उन्हें पता है कि झामुमो कुछ नहीं करेगा" मोदी ने झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार पर राज्य को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की कई योजनाएं, जिनमें आवास और नल के माध्यम से पेयजल योजना शामिल हैं, राज्य सरकार के भ्रष्टाचार के कारण कई जगहों तक नहीं पहुंच पाईं।
झामुमो ने क्या कहा?
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री यह भूल गए हैं कि भाजपा सरकार ने ही आदिवासियों की पहचान छीनने की कोशिश की थी। पांडे ने कहा, "प्रधानमंत्री को या तो सही जानकारी नहीं दी गई है, या वे जानबूझकर इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। जल, जंगल, जमीन आदिवासियों की पहचान है और सीएनटी (छोटा नागपुर काश्तकारी) एक्ट और एसपीटी (संथाल परगना काश्तकारी) एक्ट उन्हें बचाने के सबसे अच्छे साधन हैं।"
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