Jitendra Pal Singh: जितेंद्र पाल सिंह बने इज़राइल में भारत के नए राजदूत, जानें उनका अनुभव और योगदान
Jitendra Pal Singh: विदेश मंत्री कार्यालय में तैनात वरिष्ठ राजनयिक जितेंद्र पाल सिंह को शुक्रवार को इज़राइल में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया गया। इज़राइल में भारतीय राजदूत का पद पश्चिम एशिया में भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक जिम्मेदारियों में से एक है, क्योंकि भारत और इज़राइल के बीच प्रौद्योगिकी और रणनीतिक संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं।
इज़राइल-हमास संघर्षविराम के बीच नई जिम्मेदारी
जितेंद्र पाल सिंह 2002 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं। उन्होंने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और तुर्की में महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं। सिंह ऐसे समय में यह पद संभालेंगे जब इज़राइल और हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 के आतंकी हमलों के बाद 15 महीने तक चली लड़ाई को समाप्त करने के लिए संघर्षविराम पर सहमति व्यक्त की है। वह 2014-2019 के दौरान पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त रहे। इसके अलावा उन्होंने 2008-2012 के दौरान काबुल में तैनाती के दौरान भारतीय दूतावास पर हुए दो आतंकी हमलों का भी सामना किया।
तालिबान से संवाद में महत्वपूर्ण भूमिका
सिंह ने हाल के वर्षों में पाकिस्तान के साथ Track 1.5 संवाद में प्रमुख भूमिका निभाई। 2021 में अफगानिस्तान में अशरफ गनी सरकार के पतन के बाद तालिबान शासन से निपटने के लिए भारत की ओर से बातचीत का नेतृत्व किया। उनकी बैठकों ने हाल ही में दुबई में तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और भारत के विदेश सचिव विक्रम मिश्री के बीच वार्ता का मार्ग प्रशस्त किया।
नम्रता एस कुमार बनीं लातविया में भारत की नई राजदूत
विदेश मंत्रालय ने यह भी घोषणा की कि 1997 बैच की IFS अधिकारी नम्रता एस कुमार, जो वर्तमान में स्लोवेनिया में भारत की राजदूत हैं, उनको लातविया में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया गया है। वह भी जल्द ही अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगी।
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