Maha Kumbh Fire: आग लगने से 40 झोपड़ियां और 6 टेंट जलकर खाक, राहत कार्य जारी
Maha Kumbh Fire: प्रयागराज महाकुंभ में रविवार शाम एक बड़ी आग लगने की घटना सामने आई, जिसमें कम से कम 40 झोपड़ियां और 6 टेंट जलकर खाक हो गए। हालांकि, किसी बड़ी जनहानि की सूचना नहीं है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मंदार ने बताया, "आग पर काबू पा लिया गया है और किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। स्थिति अब नियंत्रण में है।"
घटना का विवरण
यह आग महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 19 में गीता प्रेस कैंप के पास शाम करीब 4:10 बजे लगी। बताया जा रहा है कि यह आग रसोई में सिलेंडर से गैस रिसाव के कारण चाय बनाते समय लगी। आग ने तेजी से विकराल रूप लेते हुए आसपास की झोपड़ियों और टेंट को अपनी चपेट में ले लिया।
दमकल विभाग, पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। दमकल विभाग के मुख्य अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि 15 दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के लिए लगाया गया और करीब 5:00 बजे तक आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।
मेला प्रशासन की सतर्कता
संदेह जताया जा रहा है कि यह आग सिलेंडर फटने से हुई। आग की संभावना को कम करने के लिए प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र से सभी गैस सिलेंडरों को हटा दिया है। इस घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ, जिसने भागने के दौरान पैर में चोट लगने के कारण होश खो दिया। उसे प्रयागराज के स्वरूप मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि उसकी हालत स्थिर है और जान का कोई खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को दी गई जानकारी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो रविवार को प्रयागराज में मौजूद थे, उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस घटना की जानकारी दी।
महाकुंभ का भव्य आयोजन जारी
45 दिन तक चलने वाले महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी को शुरू हुआ था और यह 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। रविवार को ही संगम में करीब 46.95 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जिससे कुल संख्या 7.72 करोड़ हो गई है। प्रशासन ने आग की घटना के बावजूद मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और राहत कार्य को मजबूत किया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
यह भी पढ़ें: J&K Terrorist Attack: सोपोर में आतंकवादियों से मुठभेड़, अभियान के दौरान सेना का जवान शहीद
.