Mahakumbh Shivratri Snan: महा शिवरात्रि के स्नान के साथ हुआ महाकुंभ मेला का समापन, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
Mahakumbh Shivratri Snan: प्रयागराज में चल रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन, महाकुंभ मेला 2025, का समापन बुधवार, 26 फरवरी को महा शिवरात्रि के अवसर पर हुआ। इस पावन दिन पर लाखों श्रद्धालु तड़के ही त्रिवेणी संगम पहुंचकर अंतिम 'अमृत स्नान' में शामिल हुए। छह सप्ताह तक चले इस मेले के दौरान कुल छह विशेष स्नान हुए, जिसमें तीन 'अमृत स्नान' भी शामिल थे।
महाशिवरात्रि का विशेष महत्व
महा शिवरात्रि हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है, क्योंकि यह भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य विवाह का प्रतीक मानी जाती है। महाकुंभ के संदर्भ में इसका महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि समुद्र मंथन की पौराणिक कथा में भगवान शिव ने विषपान कर अमृत कलश की रक्षा की थी। इसीलिए महाकुंभ मेले में महाशिवरात्रि का स्नान अत्यंत शुभ माना जाता है।
सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था
महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान के मद्देनजर प्रशासन ने पूरे कुंभ क्षेत्र को 'नो व्हीकल ज़ोन' घोषित कर दिया था। कुंभ मेला के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि किसी को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जाएगा और सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से स्नान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी श्रद्धालुओं के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिनके अनुसार विभिन्न मार्गों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग घाट निर्धारित किए गए थे। इसके तहत उत्तर झूंसी मार्ग से आने वालों को हरिश्चंद्र घाट और ओल्ड जीटी घाट, दक्षिणी झूंसी से आने वालों को अरैल घाट, और पांडे क्षेत्र से आने वालों को भरद्वाज घाट, नागवासुकी घाट, मोरी घाट, काली घाट, राम घाट और हनुमान घाट पर स्नान की सलाह दी गई थी।
पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती
महाशिवरात्रि के दौरान भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतज़ाम किए थे। मेले में कुल 37,000 पुलिसकर्मी और 14,000 होम गार्ड्स की तैनाती की गई थी। साथ ही, 2,750 एआई-आधारित सीसीटीवी कैमरे, तीन जल पुलिस स्टेशन, 18 जल पुलिस नियंत्रण कक्ष और 50 वॉच टावर स्थापित किए गए थे। सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन 24x7 मॉनिटरिंग की गई।
रेलवे की विशेष व्यवस्था
महाशिवरात्रि के मौके पर रेलवे ने श्रद्धालुओं की वापसी को सुगम बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए। भारतीय रेलवे ने प्रयागराज से 350 से अधिक अतिरिक्त ट्रेनें चलाईं। पहले, मौनी अमावस्या के दौरान 360 विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई थी, जिससे 20 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद मिली थी।
उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर पूर्व रेलवे और उत्तर रेलवे को हाई अलर्ट पर रखा गया था। झूंसी स्टेशन पर 850 आरपीएफ कर्मी और 290 वाणिज्यिक कर्मचारी तैनात थे, जबकि प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर 500 आरपीएफ कर्मी और 250 वाणिज्यिक कर्मचारी ड्यूटी पर थे।
फायर सेफ्टी और अन्य सुविधाएं
महाकुंभ मेला 2025 में कई अग्निकांड हुए थे, हालांकि किसी प्रकार की हानि नहीं हुई। इसके बावजूद, अग्निशमन व्यवस्था को और मजबूत किया गया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि मेले में कुल 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट तैनात किए गए थे, जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ही सभी श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि और अंतिम अमृत स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व समाज को लोक कल्याण के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने आगे कहा, "भगवान महादेव, देवों के देव हैं और वे संपूर्ण मानवता के आराध्य हैं। भारत के द्वादश ज्योतिर्लिंग राष्ट्रीय एकता और परंपरा के प्रतीक हैं।"
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