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क्या होता है राष्ट्रीय शोक, कितने दिन का होता है और किसके निधन पर रखते हैं? सबकुछ जानिए

Dr Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है, जिससे देशभर में शोक की लहर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रीय शोक किसके लिए घोषित किया जाता है...
04:37 PM Dec 27, 2024 IST | Rajasthan First
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Dr Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है, जिससे देशभर में शोक की लहर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रीय शोक किसके लिए घोषित किया जाता है और इसकी अवधि कितनी होती है? (What is National Mourning) आमतौर पर यह शोक देश के उच्चतम पदों पर बैठे नेताओं या बड़ी राष्ट्रीय हस्तियों के निधन पर ही घोषित किया जाता है। इस दौरान क्या कार्यक्रमों पर प्रतिबंध रहता है? आइए, जानते हैं राष्ट्रीय शोक के नियमों और इसके प्रभाव को विस्तार से।

राष्ट्रीय शोक और तिरंगे का सम्मान

फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार, राष्ट्रीय शोक के दौरान देशभर में सभी स्थानों पर लगे तिरंगे को आधा झुका दिया जाता है। संसद, विधानसभाओं, केंद्र सरकार के कार्यालय और सचिवालय में तिरंगे को आधा झुकाने का यह नियम अनिवार्य है। साथ ही, भारतीय दूतावासों में भी तिरंगे को आधा झुका दिया जाता है। इस दौरान किसी प्रकार का सरकारी या औपचारिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता, और सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाया जाता है।

राजकीय सम्मान और ताबूत में तिरंगा

राजकीय शोक के दौरान, पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर अंतिम संस्कार किया जाता है। इस दौरान बंदूकों की सलामी दी जाती है और मृतक को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाती है। पहले केवल केंद्र सरकार के फैसले पर ही राष्ट्रीय शोक घोषित किया जाता था, लेकिन अब राज्य सरकारों को भी यह अधिकार प्राप्त है कि वे किसे राजकीय सम्मान दें।

राष्ट्रीय शोक की अवधि

राष्ट्रीय शोक की घोषणा आमतौर पर सात दिनों के लिए की जाती है, जो विशेष रूप से वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के निधन पर होती है। महात्मा गांधी के निधन के बाद यह पहला राष्ट्रीय शोक था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, राजीव गांधी, मोरारजी देसाई, और चंद्रशेखर के निधन पर भी सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था। इसके अलावा, प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, और इंदिरा गांधी के निधन पर भी राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था।

राज्य सरकारों का शोक घोषित करने का अधिकार

राज्य सरकारों को अब यह अधिकार प्राप्त है कि वे अपने स्तर पर शोक की अवधि तय कर सकती हैं। उदाहरण के तौर पर, उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया था। वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर यूपी में सात दिन का शोक घोषित किया गया था।

डॉ. मनमोहन का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है, और इसके तहत 26 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा यह पत्र जारी कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचित किया गया है।

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