"किरोड़ीलाल मीणा का दर्द"! सूरज मुझसे आंख मिलाते घबराता है, चांद सितारों की औकात है क्या?
Kirodilal Meena statement: दौसा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीणा की हार के बाद भाजपा में घमासान मच गया है। हार की जिम्मेदारी को लेकर भाजपा नेता और मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का दर्द एक बार फिर सोशल (Kirodilal Meena statement) मीडिया के माध्यम से सामने आया है। किरोड़ी लाल मीणा ने गुरुवार को एक शायरी पोस्ट करते हुए अपनी निराशा व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, "सूरज मुझसे आंख मिलाते घबराता है, चांद सितारों की औकात है क्या?" यह शायरी उन परिस्थितियों को लेकर थी जो वह महसूस कर रहे थे, और उनके इस बयान ने भाजपा के अंदर चल रहे सत्ता संघर्ष और अंदरूनी मतभेदों को एक बार फिर से उजागर कर दिया। इसने राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मचाई है, और अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या भाजपा में नेतृत्व और सामंजस्य की कमी के कारण यह हार हुई।
"मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है"
दौसा विधानसभा उपचुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का दर्द एक बार फिर सामने आया है। उन्होंने पहले भी चुनाव परिणाम के बाद इशारों में अपनी पीड़ा व्यक्त की थी, जब उन्होंने कहा था कि "गैरों में कहां दम था, मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है"। इस बयान ने पार्टी के अंदर भितरघात की स्थिति को उजागर किया और राजनीति के भीतर संघर्ष की झलक दी।
"मेघनाथ जैसे नेताओं ने भाई को मारा"
किरोड़ी लाल मीणा ने अपने भाई जगमोहन मीणा की हार के बाद कहा था कि "लोगों ने मेघनाथ बनकर मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर शक्ति का बाण चला डाला"। इस बयान ने उनके भीतर के गहरे दर्द को व्यक्त किया और पार्टी के अंदर घातक राजनीति का संकेत दिया।
सूरज मुझसे आंख मिलाते घबराता है, चांद सितारों की औकात है क्या ?
खेला हूँ मैं सदा आग से, अंगारों के गांव में। मैं पलता फलता आया जहरीली फुफकारों की छाँव में। इतने कांटे चुभे कि तलवे मेरे छलनी हो गये, चलने का है जोश भला, फिर भी मेरे पावों में। 1/2
— Dr. Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) November 28, 2024
45 वर्षों का संघर्ष, फिर भी हार का सामना
किरोड़ी लाल ने अपने संघर्षपूर्ण राजनीतिक जीवन का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने 45 सालों तक राजनीति में संघर्ष किया, दर्जनों बार जेल गए, और जनता के लिए कई आंदोलनों का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि "हां, हार से मैं विचलित नहीं हूं, लेकिन ह्रदय में एक गहरी पीड़ा है जो मुझे लगातार सताती है"। इस हार के बावजूद किरोड़ी लाल मीणा अपने संघर्ष के पथ पर आगे बढ़ने के लिए कृतसंकल्प हैं।
दौसा उपचुनाव परिणाम
दौसा उपचुनाव में कांग्रेस के डीसी बैरवा ने भाजपा के जगमोहन मीणा को 2300 वोटों से हराया। कांग्रेस को 75536 और भाजपा को 73236 वोट मिले। इस हार के बाद भाजपा में अंदरूनी कलह और भितरघात के आरोपों ने और तूल पकड़ लिया है।
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