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अच्छे दिन का क्या हुआ? डोटासरा बोले- बीजेपी को जनता की नहीं, अपनी छवि की फिक्र"

हाल ही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर इसी तरह के आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल कांग्रेस सरकार के कार्यों का दोबारा उद्घाटन कर अपना श्रेय लेने की कोशिश कर रहा है।
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Govind Singh Dotasra: राजनीति में श्रेय लेने और विपक्ष पर आरोप लगाने की प्रवृत्ति कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब सत्ता पक्ष जनता को गुमराह करने की कोशिश करता है, तो विपक्ष का आक्रामक रुख स्वाभाविक हो जाता है। हाल ही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर इसी तरह के आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल कांग्रेस सरकार के कार्यों का दोबारा उद्घाटन कर अपना श्रेय लेने की कोशिश कर रहा है।

डोटासरा ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के दोबारा उद्घाटन को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह क्लब पिछली कांग्रेस सरकार में ही तैयार हो गया था, (Govind Singh Dotasra)लेकिन भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बताने में जुटी है। सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, "भाजपा की पूरी राजनीति अब केवल ‘श्रेय और षड्यंत्र' तक सीमित रह गई है।" डोटासरा के इस बयान से प्रदेश की सियासत गरमा गई है, और अब इस मुद्दे पर भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का लोकार्पण कांग्रेस सरकार में हुआ

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के नाम पर श्रेय लेने का आरोप लगाया है। डोटासरा ने कहा कि विधानसभा के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का लोकार्पण कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 22 सितंबर 2023 को हुआ था। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया गया था। उन्होंने कहा कि इस बात का स्पष्ट उल्लेख क्लब पर लगे शिलापट्ट पर भी है।

विधानसभा अध्यक्ष के फैसलों पर उठाए सवाल

डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष सुमन शर्मा के फैसलों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि कॉन्स्टीट्यूशन क्लब से जुड़े किसी भी निर्णय का अधिकार कार्यकारी समिति को होता है। लेकिन इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने बिना कार्यकारी समिति की बैठक बुलाए ही क्लब के उद्घाटन का निर्णय ले लिया। उन्होंने इसे एकतरफा फैसला करार दिया और कहा कि यह परंपरा के खिलाफ है।

"विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को संरक्षण नहीं दे रहे हैं"

डोटासरा ने भाजपा सरकार पर विधानसभा में विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को संरक्षण नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अपमान करने वाले मंत्री से माफी नहीं मंगवाई गई। जनप्रतिनिधियों के विशेषाधिकार हनन के प्रस्तावों को सीधे समिति को भेजा जा रहा है।" डोटासरा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष किसी दल विशेष के नहीं होते हैं और उन्हें संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने की साजिश करने का आरोप लगाया।

भाजपा सरकार पर षड्यंत्र की राजनीति का आरोप

डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार की पूरी राजनीति अब "श्रेय और षड्यंत्र" तक सीमित रह गई है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसी साजिशें कर रही है। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जो विकास कार्य किए हैं, भाजपा उन्हें अपना बताकर जनता को गुमराह कर रही है।

राजनीतिक गर्मी बढ़ी

डोटासरा के इन आरोपों के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे विपक्ष की आवाज दबाने की साजिश बताया है, जबकि भाजपा सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी घमासान तेज होने की संभावना है।

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