CWC बैठक से पहले लोकेश शर्मा का बड़ा बयान, बोले- नाकाम नेताओं का हौसला क्यों बढ़ाया जा रहा है?
Congress Working Committee (CWC): राजनीति में बदलाव और सुधार की हमेशा आवश्यकता रहती है, खासकर जब संगठन और नेतृत्व की दिशा पर सवाल उठे। कांग्रेस पार्टी, जो भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इन दिनों अपने संगठनात्मक ढांचे और रणनीतियों को लेकर चर्चा में है। (Congress Working Committee (CWC))खासकर जब पार्टी को चुनावी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा हो, तो सुधार की बातों को लेकर आवाज़ें उठने लगती हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने कांग्रेस संगठन में सुधार की जरूरत पर जोर दिया है। 29 नवंबर को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक से पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी को सलाह दी। शर्मा ने खुद को पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता बताते हुए प्रदेश कांग्रेस संगठन में सुधार की दिशा में विचार रखने की बात कही। उनका यह बयान उस वक्त आया है जब कांग्रेस पार्टी को अपने संगठन और नेतृत्व को लेकर गंभीर निर्णय लेने की आवश्यकता महसूस हो रही है।
कांग्रेस संगठन में सुधार के बिना नहीं मिलेगी सफलता
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने कांग्रेस के संगठनात्मक संकट पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने 29 नवम्बर को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक से पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक शक्तिशाली संदेश दिया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी से आग्रह किया कि संगठन की असफलताओं पर भी चर्चा की जाए। शर्मा ने इसे एक खुले पत्र के रूप में लिखा और कहा कि पार्टी की हार के कारणों पर गहरी समीक्षा होनी चाहिए।
जिम्मेदारी तय न होने से स्थिति और बिगड़ी
लोकेश शर्मा ने कांग्रेस की लगातार हो रही पराजयों पर चिंता जताई और कहा, "चुनावों के नतीजे आते हैं, लेकिन हार के बाद कभी किसी की जवाबदेही नहीं बनती।" उनका मानना है कि अगर पार्टी में हार के बाद जिम्मेदारी तय की जाती तो नेताओं में जवाबदेही का अहसास होता और वे अपनी गलतियों से सीखते। शर्मा का कहना था कि, "हार से किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगती, यह स्थिति पार्टी की असफलता का बड़ा कारण है।"
सुधार के बिना कोई बदलाव संभव नहीं
शर्मा ने कांग्रेस के भीतर सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया, और कहा कि, "कोई भी सुधार तब तक नहीं हो सकता जब तक पार्टी अपनी कमियों को स्वीकार नहीं करती।" उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में कई नेताओं की जिम्मेदारी तय नहीं की जाती, जिससे "नाकाम नेताओं का हौसला बढ़ता है" और पार्टी की स्थिति और खराब होती जाती है। शर्मा ने सुझाव दिया कि पार्टी को पुराने ढर्रों से बाहर आकर, नए नेताओं को जिम्मेदारी देनी चाहिए और सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए।
‘नई सोच से ही मिलेगा कांग्रेस को नया जीवन’
लोकेश शर्मा ने कांग्रेस के नेतृत्व से आग्रह किया कि पार्टी में बदलाव और सुधार के लिए नई सोच और ऊर्जावान युवाओं को आगे लाया जाए। उन्होंने कहा कि, "सिर्फ पुराने नेताओं की सुनने से कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, हमें ज़मीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की आवाज़ सुननी होगी और उसी के अनुरूप एक ठोस रणनीति बनानी होगी।
" शर्मा का मानना है कि कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए संगठनात्मक सुधार बेहद जरूरी है। शर्मा ने अंत में कहा कि "समय और सही निर्णय" लेकर कांग्रेस को पुनर्जीवित किया जा सकता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि, "संगठन में सुधार के बिना कांग्रेस का प्रदर्शन कभी भी बेहतर नहीं हो सकता।" उनका मानना है कि कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए "सुधार, जवाबदेही और ज़िम्मेदारी" की दिशा में गंभीर कदम उठाने होंगे।
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