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सीकर लोकसभा सीट पर अमराराम की बड़ी जीत, स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को किया पराजित

Sikar Lok Sabha Elections Result: सीकर लोकसभा सीट को लेकर मंगलवार को हुई मतगणना के दौरान गठबंधन के प्रत्याशी कामरेड अमराराम (Sikar Lok Sabha Elections Result) ने जीत हासिल की है। कॉमरेड अमराराम ने दो बार के सांसद रहे भाजपा...
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Sikar Lok Sabha Elections Result: सीकर लोकसभा सीट को लेकर मंगलवार को हुई मतगणना के दौरान गठबंधन के प्रत्याशी कामरेड अमराराम (Sikar Lok Sabha Elections Result) ने जीत हासिल की है। कॉमरेड अमराराम ने दो बार के सांसद रहे भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को करीब 72247 वोटो से हराया। अपनी जीत के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए नवनिर्वाचित सांसद अमराराम ने सभी मतदाताओं का आभार जताते हुए कहा कि वे आमजन की आवाज को संसद में उठाएंगे।

हर दौर में बनाए रखी अमराराम ने बढ़त:

सीकर के कल्याण कन्या महाविद्यालय में आज सुबह 8:00 बजे शुरू हुई मतगणना के बाद मतगणना के हर दौर में गठबंधन प्रत्याशी कामरेड अमराराम ने भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के सामने अपनी बढ़त बनाए रखी। गठबंधन प्रत्याशी अमराराम की जीत पर कांग्रेस और माकपा कार्यकर्ताओं में भी गजब का उत्साह देखने को मिला सीकर में माकपा के कार्यालय ढाका भवन में सैकड़ो की संख्या में माकपा कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों के साथ कॉमरेड अमराराम की जीत का जश्न मनाया।

गोविंद डोटासरा की रणनीति ने दिलाई जीत:

2024 के लोकसभा चुनाव में जहां भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती और उनके समर्थक अपनी जीत तय मानकर चल रहे थे ।वहीं सीकर संसदीय सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतार कर माकपा को अपना समर्थन दिया। इसका परिणाम यह रहा की सीकर संसदीय सीट की आठों विधानसभाओं में कांग्रेस और माकपा कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर यह चुनाव लड़ा और कांग्रेस गठबंधन को यह जीत हासिल हुई।

अमराराम का परिचय:

अमराराम का जन्म 5 अगस्त 1955 को राजस्थान के सीकर जिले के मुंडवाड़ा गाँव में रामी देवी और दल्लाराम परसवाल के यहाँ एक किसान जाट परिवार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक विद्यालय, मुंडवाड़ा से शुरू हुई, उसके बाद राजकीय श्री कल्याण स्कूल में उच्चतर माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की। 1973 में उन्होंने श्री कल्याण राजकीय महाविद्यालय में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने बी.एससी. की डिग्री प्राप्त की।

उन्होंने पहली बार सरपंच का चुनाव लड़ा परन्तु विजय नहीं रहे फिर दुबारा चुनाव लड़ा फिर विजय रहे। सरपंच रहते हुए गांव के साथ-साथ धोद विधानसभा क्षेत्र में किसान नेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके अमराराम अब तक चार बार विधायक बन चुके है। विधायक रहते हुए अमराराम ने कई विकास कार्य करवाये इसके बाद वे 2013,2018,2023 में लगातार तीन बार दांतारामगढ़ विधानसभा से चुनाव हार गये। अमराराम समय-समय पर किसानों के हक के लिए हमेशा तैयार रहते हुए कई आंदोलन किये है।

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