Banswara Crime News: भतीजे की हत्या के जुर्म में पुलिस ने बुआ को किया गिरफ्तार, तो पता चला दो साल पहले पति को भी उतार चुकी है मौत के घाट
Banswara Crime News: भतीजे की हत्या के मामले में गिरफ्तार बुआ की ओर से हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। अपने पति की हत्या का राजफाश करने के सनसनीखेज मामले (Banswara Crime News) में पुलिस ने आरोपी महिला के घर का आंगन खोदकर उसके पति का कंकाल बरामद किया है। आवश्यक कार्रवाई के बाद कंकाल को उसकी मां और बहन अंतिम संस्कार के लिए प्लास्टिक के कट्टे में ले गईं। पुलिस ने कंकाल के कुछ नमूने फोरेंसिक जांच के लिए रख लिए हैं। साथ ही हत्या में काम में ली गई कुल्हाड़ी को भी बरामद कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि सज्जनगढ़ थाने में झालोद में निवासरत महिला सेवली ने रिपोर्ट दी थी कि उसका बेटा सुनील 20 अगस्त को हैजामोगजी गांव में उसकी बुआ परम के यहां iया था। रुपयों के लेन-देन को लेकर उनका विवाद भी हुआ। इसके बाद 25 अगस्त को सुनील का शव हिरण नदी में बोरे में बंद मिला। सेवली ने परम और उसके जीजा भरड़ाजाल निवासी धनपाल पर संदेह जताया। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में परम ने सुनील की हत्या करना कबूला।
पति की हत्या का राज खुला
पुलिस ने गिरफ्तार परम से उसके पति अरविंद के बारे में पूछा तो उसके दो साल से लापता होने और गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी दी। शक पर सख्ती की तो उसने अपने जीजा धनपाल के सहयोग से पति अरविंद की हत्या कर शव को घर के आंगन में गाड़ देने की जानकारी दी। बागीदौरा पुलिस उपाधीक्षक विनय चौधरी ने बताया कि इस खुलासे के बाद परम और उसके जीजा धनपाल को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही अरविंद की मां शांता को भी सूचना दे दी गई है।
गड्ढे से निकाला कंकाल
चौधरी ने बताया कि मृतक अरविंद की मां शांता की मौजूदगी में घर के आंगन में शव गाडक़र पाटे गए गड्ढे की पुन: खुदाई कराई। इसमें अरविंद का कंकाल निकला। मेडिकल संबंधी प्रक्रिया के लिए कंकाल को मोर्चरी लाया गया। यहां फोरेंसिक जांच के लिए नमूने लेने के बाद कंकाल शांता को सौप दिया। थानाधिकारी नागेन्द्रसिंह ने बताया कि कंकाल के नमूनों की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
दो साल से झूठ बोल रही थी परम
पुलिस के अनुसार मृतक अरविंद की मां शांता झालोद में रहती है। उसने पूछने पर बताया कि जब वह अपनी बहू परम से अरविंद के बारे में पूछती तो वह यह कहकर झूठ बोलती रही कि अरविंद किसी अन्य महिला को लेकर भाग गया है। वहीं परम ने अपने साथ रहने वाले दो बेटों और दो बेटियों को भी यह पता नहीं चलने दिया कि दो साल पहले वह उनके पिता की हत्या के बाद घर में शव को गाड़ चुकी है।
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