Dummy Candidate in Exam: परीक्षा में डमी कैंडिडेट मामला, 27 तक न्यायिक हिरासत में आरोपी, जांच एजेंसी पर सवाल
Dummy Candidate in Exam टोंक: चार दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद प्रतियोगी परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने के आरोप में गिरफ्तार हनुमान मीणा को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायालय ने आराेपी को 27 जुलाई तक न्यायिक अभिरक्षा (Judicial Custody) में जेल भेज दिया है। वही, इस पूरे मामले में आरोपी के वकील ने एसओजी और टोंक पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जांच एजेंसियों ने मामले की तह तक जाने की बजाय ग्रामीण बच्चों को पकड़ लिया।
परीक्षा में डमी कैंडिडेट के आरोपी के वकील का बड़ा बयान
मुख्य आरोपी हनुमान मीणा के वकील नारायण सिंह चौधरी ने अपने मुवक्किल को बेकसूर बताया है। साथ ही नारायण सिंह चौधरी ने कहा कि इस मामले में अब तक जांच ऐजेंसी ऐसा कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी अब तक पेपर लीक के मास्टर माइंड तक नहीं पहुंच पाई है। जांच एजेंसी बेकसूर ग्रामीण बच्चों को उठा लाती है।
किसने किसके बदले दी थी परीक्षा?
हनुमान मीणा के वकील नारायण सिंह चौधरी का कहना है, "हनुमान मीणा को पहले 9 से 12 जुलाई तक पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में सामने आया था कि इस मामले में हनुमान मीणा से पहले गिरफ्तार हुए परीक्षार्थी रामलाल मीणा, जिसकी जगह मोहनलाल विश्नोई के जरिए आरोपी प्रवीण विश्नोई ने डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दी थी।"
जांच अधिकारी का क्या कहना है?
वहीं, इस पूरे मामले में जांच अधिकारी एएसपी (महिला अपराध अनुसंधान सेल) गीता चौधरी ने कहा, "हनुमान से 2 बार 4-4 दिन की पुलिस रिमांड पर पूछताछ की गई। इसमें डमी कैंडिडेट और पेपर लीक मामले में आरोपी ने करीब आधा दर्जन प्रतियोगी परीक्षाओं में कई युवाओं को डमी कैंडिडेट के जरिए नौकरी लगवाना कबूल किया था। अब इसकी जांच की जा रही है। साथ ही परीक्षार्थी के डमी कैंडिडेट और मध्यस्थता करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।"
बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा
जांच अधिकारी ने कहा कि आरोपी हनुमान मीणा ने एसआई एलडीसी और पटवारी समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठा कर बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया है। इसमें आरोपी हनुमान मीणा ने इस पूरे मामले में मोहनलाल विश्नोई और सांचोर के रहने वाले प्रवीण विश्नोई का नाम मीडिएटर के रूप में सामने आया है। पुलिस अब इन दोनों की तलाश में जुटी है। वहीं, हनुमान मीणा को कोर्ट में पेश कर 12 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी (Judicial custody) में भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
आरपीएससी में दस्तावेजों की गहन जांच में टोंक के अलीगढ़ निवासी रामलाल मीणा का फर्जीवाड़ा पकड़ने के बाद आरपीएससी के अधिकारी ने अजमेर पुलिस थाने में जीरो FIR दर्ज करवाई गई। आरोपी का एग्जाम सेंटर टोंक के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित दरबार स्कूल था। इसलिए रामलाल मीणा के खिलाफ जीओ FIR टोंक के कोतवाली थाने में दर्ज की गई।
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