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बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर राजकुमार बने ‘किंग’, दिग्गज नेता महेंद्रजीतसिंह मालवीया को दी मात

Lok Sabha Elections Result 2024: बांसवाड़ा (मृदुल पुरोहित)। राजस्थान की हॉट मानी जाने वाली बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी राजकुमार रोत ने जीत का परचम फहराया है। वह पहली बार बतौर सांसद लोकसभा...
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Lok Sabha Elections Result 2024: बांसवाड़ा (मृदुल पुरोहित) राजस्थान की हॉट मानी जाने वाली बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी राजकुमार रोत ने जीत का परचम फहराया है। वह पहली बार बतौर सांसद लोकसभा की सीढिय़ां चढ़ेंगे। राजकुमार रोत (Lok Sabha Elections Result 2024) बांसवाड़ा सीट से सबसे युवा सांसद बने हैं। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीया को लगभग ढाई लाख वोटों से हराकर अपनी जीत का परचम फहराया है।

यह भी बताया जा रहा है कि रोत को हराने में उसी के नाम वाले दो और निर्दलीय प्रत्याशी उतारे गए थे, ताकि वोट बांटे जा सकें। इसके बावजूद राजकुमार रोत ने बड़े मार्जन से जीत दर्ज कराई।

बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट में बांसवाड़ा जिले की घाटोल, गढ़ी, कुशलगढ़, बागीदौरा और बांसवाड़ा विधानसभा और डूंगरपुर जिले की चौरासी, सागवाड़ा और डूंगरपुर विधानसभा का क्षेत्र सम्मिलित है। इस सीट पर 22 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाताओं में से 73.88 अर्थात 16 लाख 25 हजार 731 मतदाताओं ने वोट डाले थे।

इस चुनाव में नामांकन प्रक्रिया के दौरान भाजपा और बाप पार्टी के प्रत्याशी के पर्चा भरने के बाद अंतिम दिन कांग्रेस की ओर से अरविंद डामोर के नाम की घोषणा की गई और डामोर को सिंबल भी दिया। इसके बाद नाम वापसी के अंतिम दिन से पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रंधावा ने आप से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की घोषणा की। इससे नाराज होकर कांग्रेस प्रत्याशी डामोर ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया और वे तकनीकी रूप से चुनाव मैदान में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रहे।

कांग्रेस प्रत्याशी डामोर को नहीं मिला पार्टी का समर्थन

कांग्रेस ने बाप पार्टी को समर्थन दिया और उसके पक्ष में ही प्रचार और मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी डामोर को पार्टी का पूरा समर्थन नहीं मिल पाया। उन्हें करीब 61 हजार वोट ही मिल पाए। जबकि आदिवासी परिवार की ओर से गत विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासी समाज के नाम पर बनाई गई भारत आदिवासी पार्टी को समाज को पूरा समर्थन मिला। युवा, महिला, सरकारी कर्मचारी आदि के समर्थन से राजकुमार ने लगभग ढाई लाख मतों से जीत दर्ज की।

गढ़ी विधानसभा में ही भाजपा आगे

लोकसभा चुनाव के मतों की गणना में भारतीय जनता पार्टी ने कद्दावर आदिवासी नेता महेंद्रजीतसिंह मालवीया को टिकट देकर इस सीट पर हैट्रिक बनाने की कोशिश तो की, किंतु इसमें वे असफल रहे। आठ विधानसभाओं वाले इस लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी मालवीया को बांसवाड़ा जिले की गढ़ी विधानसभा क्षेत्र से ही लीड मिली।

जीत नहीं दिला पाए मोदी

इस सीट पर चुनाव प्रचार की कमान यों तो दोनों प्रमुख प्रत्याशियों मालवीया और रोत ने ही अपने पास संभाल रखी थी, किंतु दोनों के समर्थन में एक-एक सभा प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं ने की। मालवीया के समर्थन में बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने और रोत के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा और एसएस रंधावा ने डूंगरपुर जिले के कुआं गांव में सभा की। बांसवाड़ा में बड़ी भीड़ जुटाने के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा इसे वोटों में तब्दील नहीं कर पाए और मालवीया को हार का सामना करना पड़ा।

राजकुमार रोत सबसे युवा सांसद

बांसवाड़ा संसदीय सीट से राजकुमार रोत सबसे युवा सांसद हैं। वे अभी 31 वर्ष के हैं। इससे पहले वर्ष 2004 में भाजपा के धनसिंह रावत 37 वर्ष की आयु में इस सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे।

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