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Barmer's Garima Chaudhary Pilot In Indigo : आसमान की सैर कराएंगी बाड़मेर की गरिमा, इंडिगो एयरलाइंस में बनीं पायलट

Barmer's Garima Chaudhary Pilot In Indigo : बाड़मेर। बाड़मेर के एक किसान परिवार की बेटी इंडिगो एयरलाइंस में पायलट बनी है। बाबा रामदेव की जन्म स्थली काश्मीर गांव की गरिमा चौधरी को ट्रेनिंग के बाद इंडिगो ने ज्वाइनिंग दे दी...
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Barmer's Garima Chaudhary Pilot In Indigo : बाड़मेर। बाड़मेर के एक किसान परिवार की बेटी इंडिगो एयरलाइंस में पायलट बनी है। बाबा रामदेव की जन्म स्थली काश्मीर गांव की गरिमा चौधरी को ट्रेनिंग के बाद इंडिगो ने ज्वाइनिंग दे दी है। गरिमा चौधरी बाड़मेर की पहली बेटी हैं, जो पायलट बनी हैं।

बचपन का सपना, पिता के सपोर्ट से साकार

बाड़मेर के उण्डू काश्मीर गांव की गरिमा चौधरी के पायलट बनने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। गरिमा चौधरी का कहना है कि वह किसान परिवार से हैं। उनके पिता खीयाराम साल 2000 से 2005 तक शिव के प्रधान रहे। बचपन में हवाई जहाज देखकर सोचती थी कि कभी हवाई जहाज उड़ाउंगी। पिता का भी सपना था कि बेटी कुछ अलग करे। इसीलिए पायलट बनने का सपना बुना। गरिमा कहती हैं पिता की वजह से ही आज वो पायलट बन पाई हैं।

बड़ी बहन डॉक्टर, छोटी बनी पायलट

गरिमा खींयाराम सारण की मंझली बेटी हैं, उनकी दो बहनें और हैं। बड़ी बहन गीता डॉक्टर है और छोटी बेटी लक्षिता 10वीं क्लास में पढ़ रही है। गरिमा का कोई भाई नहीं है। गरिमा का कहना है कि परिवार में भी कभी किसी ने बेटा-बेटी में फर्क नहीं समझा। तीनों बहनों को आगे बढ़ने और अपना करियर चुनने का मौका मिला। परिवार के इसी सपोर्ट से अब वो पायलट बनी हैं।

आसान नहीं रहा पायलट बनने का सफर

गरिमा ने बताया कि अप्रैल 2019 में भुवनेश्वर में कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग के लिए फ्लाइंग क्लब ज्वाइन किया। इस एक साल में यहां 22 घंटे की उड़ान ट्रेनिंग पूरी की और 6 में से पांच पेपर क्लियर कर लिए। मगर एक साल बाद कोविड आ गया, जिसकी वजह से दो साल तक घर में रहना पड़ा। 2021 में रेड बर्ड फ्लाइंग ट्रेनिंग अकादमी बारामती पुणे गई। फरवरी 2023 में कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिला।

गरिमा को चौथे प्रयास में मिली सफलता

गरिमा ने एयरबेस 320 का प्रशिक्षण कोलम्बिया साउथ अमेरिका में लिया। ट्रेनिंग के लिए अकेले ही दिल्ली, पुणे, चेन्नई, मुंबई और दक्षिण अमेरिका तक यात्रा की। पायलट बनने के तीन प्रयास असफल रहे। मगर चौथे प्रयास में सफलता मिल गई। अब इंडिगो एयरलाइंस में जूनियर ऑफिसर (पायलट) पद पर जॉइनिंग मिली है।

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