जालोर में दर्दनाक हादसा, आग की चपेट में आए अस्पताल में सो रहे डॉक्टर...सबकुछ जलकर राख, केवल पैर बचा
Jalore News: जालोर के बिशनगढ़ इलाके में स्थित सरकारी आयुर्वेद हॉस्पिटल के कैंपस में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यहां एक डॉक्टर की जिंदा जलने से मौत हो गई। यह घटना तब घटी जब वह हॉस्पिटल के पीछे बने कमरे में सो रहे थे और अचानक आग लग गई।
पुलिस के अनुसार, यह आग उनके द्वारा की गई स्मोकिंग के कारण लगी।(Jalore News) जयपुर के रहने वाले इस डॉक्टर को आग के बीच फंसा देख कोई भी मदद नहीं पहुंच पाई, और उनकी दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा न सिर्फ एक व्यक्ति की जान ले गया, बल्कि अस्पताल के कर्मचारियों और आसपास के लोगों के लिए भी एक बड़ा झटका बन गया।
मुरारीलाल की अकेले रहने...
बिशनगढ़ थानाधिकारी निंबाराम ने बताया कि डॉक्टर मुरारीलाल मीणा (45) पिछले चार साल से उम्मेदाबाद आयुर्वेद हॉस्पिटल में कार्यरत थे और हॉस्पिटल परिसर में ही एक कमरे में परिवार के साथ रहते थे। हाल ही में उनके परिवार के लोग जयपुर स्थित करतारपुरा (भगवती नगर) गए थे, जहां एक शादी समारोह था। इस कारण वे इन दिनों अकेले रह रहे थे। रविवार को भी वे अकेले थे, और इस दौरान यह हादसा हुआ।
घुटनों में दर्द की परेशानी थी
थानाधिकारी ने बताया कि डॉक्टर मुरारीलाल मीणा को शरीर और घुटनों में दर्द की परेशानी थी, जिससे उन्हें चलने-फिरने और उठने-बैठने में मुश्किल होती थी। इस वजह से जब कमरे में आग लगी, तो डॉक्टर बिस्तर से उठ नहीं पाए और वे आग की चपेट में आ गए। आग के कारणों का अनुमान लगाया जा रहा है कि यह स्मोकिंग के कारण हुआ हो सकता है, क्योंकि डॉक्टर को कमरे में अकेले होने के बावजूद उठने-फिरने में परेशानी हो रही थी।
धुआं उठने पर हुई घटना की जानकारी
घटना का पता मंगलवार को तब चला, जब स्थानीय लोग घर से धुआं उठता देख मामले की जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, जिस घर में यह हादसा हुआ, वहां पिछले एक साल से बिजली का कनेक्शन कटा हुआ था। इस कारण आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है। जालोर डीएसपी गौतम जैन और बिशनगढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की।
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