• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

गुढ़ा ने भजनलाल सरकार को घेरा, बोले...दलालों पर काबू करें, हम झुंझुनूं को अपराधियों का गढ़ नहीं बनने देंगे!

झुंझुनूं में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में एक विशाल जन आक्रोश रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों लोग मंडावा से कलेक्ट्रेट तक पैदल पहुंचे।
featured-img

Jhunjhunu Crime News: झुंझुनूं में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में एक विशाल जन आक्रोश रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों लोग मंडावा से कलेक्ट्रेट तक पैदल पहुंचे। यह रैली पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ विरोधस्वरूप थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि पुलिस ने लाइब्रेरी में छात्रों से मारपीट के मामले में एकतरफा कार्रवाई की और (Jhunjhunu Crime News)नाबालिग से रेप के आरोपी को मौके से भगा दिया। रैली का उद्देश्य पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करना और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करना था।

पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मंडावा में मारपीट करने वालों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराएं लगाकर उन्हें जेल भेजा गया, लेकिन बहन बेटियों को परेशान करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने नाबालिग से रेप के मामले में भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया, और मुकदमा तक दर्ज नहीं किया। इस पर उन्होंने सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि यह दोहरा रवैया स्वीकार नहीं किया जाएगा।

सरकार को अपने दलालों पर नियंत्रण करना चाहिए

गुढ़ा ने भजनलाल सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने दलालों पर नियंत्रण करें और बदमाशी करवाना बंद करें। उन्होंने कहा, "हम राजस्थान को यूपी और झुंझुनूं को संभल नहीं बनने देंगे," इस बयान से उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। उनके अनुसार, पुलिस प्रशासन और सरकार को जनता की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

पुलिस की कार्यशैली पर तीखा हमला

गुढ़ा ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिसवाले वर्दी का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस से कहा, "अगर आपने ऐसा करना बंद नहीं किया तो हम ऐसी की तैसी कर देंगे।" गुढ़ा ने पुलिस को चेतावनी दी कि अगर समय रहते बलात्कारियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वह आमरण अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि "अगर यह बच्ची पुलिस की अपनी बच्ची होती तो क्या उसे छोड़ दिया जाता?"

रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प भी हुई। लाठीचार्ज की अफवाह फैलने पर प्रदर्शनकारियों में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद गुढ़ा नीम के पेड़ पर चढ़ गए और वहीं से प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की और प्रदर्शन का नेतृत्व किया।

लाइब्रेरी में मारपीट...नाबालिग से रेप

गुढ़ा के नेतृत्व में निकाली गई जन आक्रोश रैली का मुख्य कारण मंडावा में 22 जनवरी को घटी लाइब्रेरी में छात्रों से मारपीट की घटना और 27 जनवरी को एक बंद क्लिनिक में नाबालिग से रेप का मामला था। गुढ़ा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इन घटनाओं में एकतरफा कार्रवाई की और दोषियों को सजा देने में विफल रही।

यह भी पढ़ें: नशे में स्कूल पहुंचे टीचर ने बच्चों को पीटा, धमकाया- ‘राजकार्य में बाधा डालूंगा…जाने क्या है पूरी सच्चाई

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो