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Rajasthan: करौली का 108 शिवलिंग वाला मंदिर...संत मौनी बाबा ने की 24 साल की तपस्या का फल

करौली में एक शिव मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है, इस मंदिर की स्थापना से पहले मौनी बाबा ने 40 साल तप किया।
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Karauli News Rajasthan: पूर्वी राजस्थान का करौली जिला श्रीमदनमोहनजी महाराज के साथ कैलामाता आस्थाधाम के लिए देशभर में विख्यात है, (Karauli News Rajasthan) अब यहां 108 शिवलिंग वाला मंदिर भी भक्तों को आकर्षित कर रहा है। स्थानीय भक्तों का कहना है कि इस मंदिर की स्थापना के लिए संत मौनी बाबा ने 40 साल तपस्या की थी, इसके बाद मंदिर की स्थापना करवाई गई।

मंदिर के लिए संत ने 40 साल किया तप

108 शिवलिंग वाला यह शिव मंदिर करौली जिला मुख्यालय के पास अतेवा गांव में बना हुआ है। स्थानीय निवासी गोपेश शर्मा बताते हैं कि इस शिव मंदिर का निर्माण से पहले संत मौनी बाबा ने 40 साल तपस्या की। मौनी  बाबा ने 12 साल तक अग्नितप किया। 12 साल जल तपस्या की और करीब 29 साल बिना अन्न ग्रहण किए केवल फल खाकर कठोर तप किया । इसके बाद साल 2017 में इस मंदिर का निर्माण पूर्ण हुआ।

108 शिवलिंग वाला करौली का पहला मंदिर

करौली के अतेवा गांव के इस शिव मंदिर में लाल पत्थर से 108 शिवलिंग बने हुए हैं। करौली सहित आसपास के क्षेत्र 108 शिवलिंग वाला यह पहला मंदिर है। जिसके प्रति स्थानीय लोगों की तो आस्था गहरी है ही, आसपास के उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश राज्यों के श्रद्धालु भी कैला माता के दर्शन करने आते वक्त यहां माथा जरुर टेकते हैं और भगवान भोलेनाथ के दर्शन करते हैं।

'माला की तर्ज पर बने हैं शिवलिंग'

108 शिवलिंग वाले शिव मंदिर का निर्माण करवाने वाले संत मौनी बाबा बोलते नहीं हैं। वह स्लेट पर लिखकर ही अपनी बात कहते हैं। मौनी बाबा ने बताया कि इन शिवालयों का निर्माण माला की डिजाइन की तर्ज पर किया गया है। करौली में लाल पत्थर बहुत होता है, इन शिवलिंग का निर्माण भी लाल पत्थरों से हुआ है। मौनी बाबा का कहना है कि मंदिर में 108 शिवलिंग के साथ नर्मदेश्वर महादेव भी हैं। अतेवा के पूर्व सरपंच अनिल शर्मा के मुताबिक अब यहां बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं।

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