डोटासरा का मास्टरस्ट्रोक! कांग्रेस लाएगी BJP के खिलाफ बाउंसर, जानें 'सेकंड लाइन' प्लान!"
Rajasthan politics: राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। पार्टी केवल एक सीट पर ही जीत हासिल कर पाई, जबकि शेष छह सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा।(Rajasthan politics) कुछ जगह तो कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही और उसकी जमानत भी जब्त हो गई। उपचुनाव के नतीजों ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है, खासकर तब जब पार्टी सत्ता में होने के बावजूद इतने बड़े पैमाने पर हार गई।
इस हार के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्थिति को स्वीकार करते हुए कहा कि पार्टी में पहले पंक्ति के कई कद्दावर नेता हैं, लेकिन उनके बाद सेकंड लाइन में मजबूत नेतृत्व की कमी है। डोटासरा ने यह भी माना कि उपचुनाव के परिणाम पार्टी के लिए संतोषजनक नहीं रहे और अब समय आ गया है कि कांग्रेस को अपनी नेतृत्व संरचना पर नए सिरे से विचार करना चाहिए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पार्टी को नई लीडरशिप तैयार करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में पार्टी के प्रदर्शन को बेहतर किया जा सके।
इस बयान से यह संकेत मिल रहा है कि कांग्रेस को अपने नेतृत्व और रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, ताकि वह आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर सके और पार्टी की खोई हुई प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित कर सके।
डोटासरा का बीजेपी पर हमला
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी की उपचुनाव में जीत पर तगड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की यह जीत राज्य सरकार के कामकाज के कारण नहीं है, क्योंकि पिछले 11 महीनों में राज्य सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिसे जनता वोट देने का आधार बना सके। डोटासरा ने माना कि कांग्रेस को नई लीडरशिप तैयार करने की जरूरत है, लेकिन उपचुनाव में हार के बाद पार्टी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
बीजेपी ने की थी फंडिंग!
डोटासरा ने देवली उनियारा उपचुनाव में नरेश मीणा की जीत पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने नरेश मीणा को फंडिंग की थी और चुनाव से पहले मीणा खुद उनके पास छबड़ा से चुनाव लड़ने की बात लेकर आए थे। डोटासरा ने सवाल उठाया कि नरेश मीणा के पास इतने पैसे कहां से आए, यह सब बीजेपी के षड्यंत्र का हिस्सा था।
'बेनीवाल और रोत ने साथ नहीं दिया'
डोटासरा ने उपचुनाव में गठबंधन की कमी पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में आरएलपी, कम्युनिस्ट पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन किया था, लेकिन उपचुनाव में इन दलों के नेताओं ने आगे बढ़कर कोई गठबंधन नहीं किया। डोटासरा ने हनुमान बेनीवाल के बयान को गलत बताते हुए कहा कि गठबंधन के लिए उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया।
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