Barmer News: चिंकारा शिकार मामले में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, 6 को पकड़ा, 300 रुपए में बेचते थे मांस
Barmer News: बाड़मेर। लीलसर के शेरपुरा गांव में हुए 8 चिंकारा शिकार मामले में वन विभाग और पुलिस की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि इस इलाके के आसपास अलग-अलग गैंग बनाकर शिकारी चिंकारा का शिकार करते है और चिंकारा के मांस को 200 से 300 रुपए किलो में बेचा जा रहा था। काफी लंबे समय से सभी गैंग अलग-अलग स्थानों पर शिकार कर रही थी। इनमें से अधिकतर शिकारी गैंग आईदान राम निवासी मांगता, धोरीमन्ना को मांस सप्लाई करते थे। जिसे आईदान राम अलग-अलग जगहों पर बेचकर मुनाफा कमाता था।
शिकारियों ने घटना को दिया था अंजाम
बता दें कि 11 अगस्त की रात्रि को एक शिकारी गैंग ने लीलसर के शेरपुरगाव में रानीगाव से लीलसर डामर सड़क के पश्चिम की ओर चिंकारा के शिकार करने की घटना को अंजाम दिया था। लेकिन किसी कारण से शिकारी गैंग उन चिंकारों को ले जाने में सफल नहीं हो सके। वहीं 12 अगस्त को स्थानीय ग्रामीणों ने मौका स्थल पर 8 मृत चिंकारों के शव को देखा और शिकार की संभावना जताई। ग्रामीणों ने वन विभाग बाड़मेर को इसकी सूचना दी। वन विभाग बाड़मेर की टीम मौके पर पहुंची और शिकार प्रकरण की जांच वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत शुरू कर दी।
6 आरोपियों को किया गिरफ्तार
गौरतलब है कि प्रकरण में कुछ संदिग्ध लोगों के नाम सामने आए थे। इसके बाद वन विभाग और पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन किया और शिकारियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान पुलिस और वन विभाग की टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
हथियार भी किए जब्त
मामले को लेकर वन विभाग और पुलिस की टीमों ने अन्य शिकारियों की गिरफ्तारी हेतु जगह-जगह दबिश दे रही है। वहीं अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर उड़ासर, मांगता आदि आसपास के गांवों से शिकार में प्रयुक्त होने वाले हथियार भी जब्त किए है। पुलिस को मामले में कई और खुलासे होने की उम्मीद है।
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