Banswara: शिकंजे में आया प्रधान का बेटा, डमी कैंडिडेट के जरिए वनपाल बनना हुआ उजागर!
Dummy Candidates:(मृदुल पुरोहित)। बांसवाड़ा जिले में एक बार फिर डमी कैंडिडेट के मामले ने सुर्खियां बटोरी हैं। हाल ही में, सज्जनगढ़ पंचायत समिति के प्रधान रामचंद्र डिंडोर के बेटे अरुण डिंडोर का नाम सामने आया है, जिसने वनपाल भर्ती परीक्षा 2020 में आवेदन तो किया, लेकिन अपनी जगह परीक्षा एक डमी कैंडिडेट (Dummy Candidates) के माध्यम से दी। यह मामला फिर से उन आरोपों को उजागर करता है, जिनमें कहा जा रहा है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट्स के जरिए सरकारी नौकरियां हासिल की जा रही हैं।
वनपाल भर्ती परीक्षा में हुआ बड़ा घोटाला
पुलिस के अनुसार, वनपाल सीधी भर्ती परीक्षा 2020 में डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले की गुप्त जानकारी प्राप्त होने पर कुशलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक शिवन्या सिंह ने अंदरूनी जांच कराई, जिसमें इस मामले का खुलासा हुआ। जांच में पता चला कि जीवाखूंटा गांव निवासी अरुण डिंडोर, जो रामचंद्र डिंडोर का पुत्र है, ने वनपाल सीधी भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बिठाया था। पुलिस ने वन विभाग से मूल पत्रावलियां लेकर जांच की तो पाया कि परीक्षा के आवेदन संख्या, ई-प्रवेश पत्र रोल नंबर, डिटेल फार्म, रोल नंबर और अन्य दस्तावेजों में अरुण डिंडोर के आवेदन पत्र पर लगी फोटो अलग-अलग है। अरुण वर्तमान में सज्जनगढ़ वन चौकी में वनपाल के पद पर कार्यरत है, जो इस मामले में एक गंभीर संदेह बन गया है।
प्रधानाध्यापक भी कानून के शिकंजे में
इधर, कुशलगढ़ थाना पुलिस ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय करनघाटी में प्रधानाध्यापक राजकुमार डिंडोर को भी वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 में डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले में नामजद किया है। पुलिस ने राजस्थान लोक सेवा आयोग से पत्रावलियां मंगवाकर जांच की तो फोटो और हस्ताक्षर अलग-अलग पाए गए। इस पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
यह भी पढ़ें: शरीर के अंग मिले, लेकिन शव की तलाश अब भी खत्म नहीं हुई!
.