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सगाई से इनकार की सजा! पंचायत का फरमान- पहले दाढ़ी काटी, फिर गांव को किया समाज से बाहर!

राजस्थान के करौली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की मूंछ और बाल काटने की घटना के बाद पूरा गांव ही समाज से बहिष्कृत कर दिया गया।
04:09 PM Feb 25, 2025 IST | Rajesh Singhal
राजस्थान के करौली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की मूंछ और बाल काटने की घटना के बाद पूरा गांव ही समाज से बहिष्कृत कर दिया गया।

Karauli  News: राजस्थान के करौली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की मूंछ और बाल काटने की घटना के बाद पूरा गांव ही समाज से बहिष्कृत कर दिया गया। यह फैसला मीणा समाज की महापंचायत ने सुनाया, जिसने पहले दोषियों पर लाखों का जुर्माना लगाया और जब राशि जमा नहीं हुई, तो पूरे गांव को दंडित कर दिया गया।

दरअसल, 18 जनवरी को स्टेशन मास्टर युवक के भाई की मूंछ और बाल काटने की घटना के बाद यह विवाद खड़ा हुआ। 27 जनवरी को हुई पहली महापंचायत में रोसी गांव (टोडाभीम, करौली) को दोषी करार देते हुए 11 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। (Karauli  News)साथ ही, दो बिचौलियों पर भी एक-एक लाख का दंड लगा।

सोमवार रात को करीरी के भैरू बाबा दंगल मैदान में एक और महापंचायत हुई, जिसमें 41 सदस्यीय टीम की रिपोर्ट के आधार पर गांव को बहिष्कृत करने का निर्णय लिया गया। यह फैसला केवल एक व्यक्ति की गलती की सजा थी या सामूहिक दंड का अन्याय, इस पर अब बहस तेज हो गई है।

5 दिन में जुर्माना नहीं तो समाज से पूरी तरह बहिष्कृत

महापंचायत के अनुसार, रोसी गांव को 5 दिन के भीतर 11 लाख रुपए की दंड राशि समाज के पटेल अध्यक्ष के पास जमा करनी होगी। यह राशि मीणा छात्रावास, जयपुर में खर्च की जाएगी। अगर जुर्माना तय समय में नहीं भरा गया तो बहिष्कार स्थायी कर दिया जाएगा।

महापंचायत ने बताया कि जब जांच कमेटी के सदस्य रोसी गांव पहुंचे, तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। यह समाज के खिलाफ अनादर माना गया, जिसके चलते पूरे गांव को मीणा समाज से बहिष्कृत करने का फैसला लिया गया।

गांव की वापसी अब महापंचायत के हाथ में

अगर रोसी गांव दोबारा समाज में शामिल होना चाहे, तो उन्हें खुद महापंचायत बुलानी होगी और समाज से अनुमति लेनी होगी। लेकिन तब तक गांव का बहिष्कार जारी रहेगा और समाज के लोग उनसे किसी तरह का संबंध नहीं रखेंगे। महापंचायत में ब्रह्मबाज गांव ने अपने दो बिचौलियों पर लगाए गए 2 लाख रुपए का दंड तुरंत जमा कर दिया। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि रोसी गांव 5 दिन के भीतर समाज के फैसले का पालन करता है या नहीं।

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