राजस्थान के शहीद जवानों का मुद्दा गरमाया! रींगस में धरने पर बैठे बीजेपी विधायक, शहीद का दर्जा मांगा!"
Martyr status demand: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में हुए दर्दनाक हादसे में राजस्थान के दो वीर जवानों ने अपनी जान गवाई, और अब उनकी अंतिम यात्रा अपने पैतृक गांव की ओर बढ़ रही है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में हुए हिमस्खलन के दौरान शहीद हुए सीकर के एक और जवान को भी सोमवार को श्रद्धांजलि दी । उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया , और (Martyr status demand)फिर तिरंगा यात्रा के साथ उनका अंतिम संस्कार किया । यह पूरी घटना न सिर्फ शोक का विषय है, बल्कि देश के लिए एक बड़ी शहादत की मिसाल भी है।
शहीद जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग
हिमाचल प्रदेश में जान गंवाने वाले जवान सुल्तान सिंह बाजिया के परिवार और स्थानीय ग्रामीणों ने सीकर के रींगस थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया है। उनका मुख्य मांग है कि जवान को शहीद का दर्जा दिया जाए। धरने में बीजेपी विधायक सुभाष मील खंडेला, सांसद अमराराम और पूर्व चिकित्सा मंत्री बंशीधर बाजिया भी शामिल हैं। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से शहीद का दर्जा देने और परिवार को उचित सहायता प्रदान करने की मांग की है।
बांदीपोरा में सेना के ट्रक हादसे में शहादत
शनिवार को जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में सेना का ट्रक कोहरे और खराब मौसम के कारण खाई में गिर गया, जिसमें चार जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में राजस्थान के दो जवान शामिल हैं, जिनमें से एक नीतीश कुमार कोटपूतली और दूसरा हरिराम नागौर के रहने वाले थे। उनके शहीद होने की खबर सुनते ही गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी हरिराम की शहादत पर शोक व्यक्त किया है।
हादसे के कारण...प्रतिक्रिया
हादसा कोहरे के कारण हुआ, जब सेना का वाहन अपनी नियमित ड्यूटी पर था और खराब दृश्यता के कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। वाहन फिसल कर गहरी खाई में गिर गया, जिसके परिणामस्वरूप चार जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हुए। इस हादसे पर स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया और सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की है।
यह भी पढ़ें: "आजादी के बाद से आदिवासियों के साथ हुआ छलावा..." राजकुमार रोत बोले- आरक्षण अब आदिवासी MLA-MP तय करेंगे
यह भी पढ़ें: HMPV वायरस की भारत में दस्तक! बेंगलुरु में 8 महीने की बच्ची संक्रमित
.