Bikaner: रामस्वरूप कस्वां की मौत पर 4 दिन से जारी धरना समाप्त, गार्ड ऑफ ऑनर के साथ होगा अंतिम संस्कार
Ram swaroop Kaswan News: बीकानेर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में तैनात बीकानेर के पांचू गांव निवासी सैनिक रामस्वरूप कस्वां (Ram Swaroop Kaswan) की संदिग्ध मौत पर चार दिनों से जारी विरोध और धरने के बाद रविवार को प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बन गई। स्थानीय लोग और परिजन जवान को शहीद का दर्जा और गार्ड ऑफ ऑनर देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। इसके चलते बीकानेर-जयपुर नेशनल हाइवे पर भी जाम लगाया गया। अब प्रशासन द्वारा फायरिंग सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ रामस्वरूप कस्वां का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
4 दिन के विरोध के बाद सैनिक को दी गई अंतिम विदाई
धरने के चौथे दिन प्रशासन की ओर से बीकानेर की DM सहित सभी अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और परिजनों के साथ बातचीत की। प्रशासन ने सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी पर कार्रवाई सहित अन्य मांगों पर सहमति जताई। इसके बाद बीकानेर के कैप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर पुष्पांजलि के साथ सैनिक को अंतिम विदाई दी गई। रामस्वरूप कस्वां का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव पांचू में किया जाएगा। धरने के दौरान विधायक सुशीला डूडी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बिशना राम सियाग, और शिवलाल गोदारा जैसे नेताओं की अहम भूमिका रही।
जम्मू-कश्मीर में सिर में गोली लगने से हुई थी मौत
सैनिक रामस्वरूप कस्वां जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सेना की 65 रेजीमेन्ट में तैनात थे। 24 सितंबर को उनके सिर में गोली लगने से उनकी मौत हो गई। उन्हें तुरंत सेना के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। उनकी मृत्यु के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई और लोगों ने इस मामले में सही जांच न करने का आरोप लगाते हुए धरना शुरू किया था।
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