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Rajasthan: मुख्यमंत्री की 'कुर्सी' बचा लेगी भजनलाल की टीम! आखिर क्यों मोर्चेबंदी पर उतरे कैबिनेट मंत्री?

Rajasthan CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान में लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 11 सीटें गंवाई जिसके बाद अब समीक्षा और विश्लेषण का दौर शुरू होने वाला है। सूबे में 10 साल का रिकॉर्ड बनाए रखने में नाकाम रहने के बाद प्रदेश...
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Rajasthan CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान में लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 11 सीटें गंवाई जिसके बाद अब समीक्षा और विश्लेषण का दौर शुरू होने वाला है। सूबे में 10 साल का रिकॉर्ड बनाए रखने में नाकाम रहने के बाद प्रदेश नेतृत्व पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। वहीं नतीजे आने के बाद से ही सियासी गलियारों में दबी जुबां में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व पर सवाल उठने के साथ ही उन्हें हटाए जाने की अटकलें भी लगाई जा रही है।

हालांकि मुख्यमंत्री को हटाए जाने की चर्चाएं काफी कमजोर लगती है क्योंकि उन्हें कुर्सी संभाले हुए अभी महज 6 महीने हुए हैं। इसके अलावा सांगठनिक बदलावों में सीपी जोशी का पद बदला जा सकता है। इधर राजस्थान के लोकसभा चुनावों में हुए उलटफेर से सियासी पंडित काफी हैरान है और कांग्रेस ने मौके की नजाकत देखते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर हमलावर रुख लिया हुआ है।

पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा कई बार बयान दे चुके हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद पर्ची सरकार बदल जाएगी और बीजेपी की हार के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हटाए जा सकते हैं। सीएम बदलने या नहीं बदलने की अटकलों के बीच अब सीएम भजनलाल शर्मा की कैबिनेट के साथियों ने सामूहिक जिम्मेदारी के बयान के अलावा टिकट वितरण पर भी सवाल उठा दिए हैं।

'हार के लिए कोई एक जिम्मेदार नहीं'

लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान की 11 सीटों पर बीजेपी की हार के बाद बीजेपी में मची उथल पुथल पर अब कैबिनेट मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान सामने आया है। खर्रा ने कहा कि 25 में से 11 सीटों पर हुई हार के लिए कोई एक या दो नेता जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं बल्कि पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता समान रूप से जिम्मेदार होने चाहिए। उन्होंने कहा कि आरक्षण सहित कई मामलों में कांग्रेस ने जनता में भ्रम फैलाने का काम किया जिस डैमेज को हम समय कंट्रोल नहीं कर पाए।

टिकट वितरण पर खर्रा ने उठाए सवाल

वहीं जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए खर्रा ने आगे हार के कारण गिनाते हुए चुनाव के दौरान कुछ सीटों पर टिकटों का बंटवारा गलत होने की बात भी कही। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर कांग्रेस ने जो माहौल बनाया वो हमारे खिलाफ काम कर गया। वहीं किसान आंदोलन भी हार का एक कारण हो सकता है जिनकी हम समीक्षा करेंगे और भविष्य में सुधार करेंगे। इसके साथ ही राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि हार की जिम्मेदारी सामुहिक है और अभी मुझे नहीं लगता कि फिलहाल कोई नेतृत्व परिवर्तन होगा।

मंत्री संजय शर्मा ने दिया था डोटासरा को जवाब

इधर बीते दिनों डोटासरा के भजनलाल की कुर्सी चली जाने के बयान पर वन मंत्री संजय शर्मा ने पलटवार किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए कहा था कि राजस्थान में भजनलाल शर्मा ही मुख्यमंत्री रहेंगे और पूरे 5 साल यह सरकार चलेगी। वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों से राजस्थान सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

वहीं शर्मा ने डोटासरा के दावों को खारिज करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार के नेतृत्व में कोई फेरबदल नहीं होगा। वहीं भरतपुर सीट पर हार के लिए वन मंत्री ने कहा था कि भरतपुर लोकसभा सीट पर हार के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कतई दोषी नहीं है क्योंकि सीएम तो सांगानेर के विधायक हैं जहां जयपुर से बीजेपी ने दोनों सीटों पर जीत हासिल की है।

इसके अलावा बीते दिनों सांसद चुने जाने के बाद दामोदर अग्रवाल, भागीरथ चौधरी जैसे सांसदों ने भी बीजेपी की हार की जिम्मेदारी सामूहिक तय करने की बात कही। अब देखऩा यह होगा कि बीजेपी आलाकमान राज्य में हार की किस तरह से समीक्षा करता है और बाद में संगठन और सरकार में क्या बदलाव होंगे।

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